सागर – ईपत्रकार.कॉम |बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण की शुक्रवार को एक अहम बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने की। बैठक में प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री डालचंद कुशवाहा, श्री महेन्द्र सिंह, प्राधिकरण के सदस्य सागर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, श्री करणसिंह यादव, डॉ. सुशील कुमार तिवारी, श्री संजय नकीब खंगार, विशेष आमंत्रित स्थायी सदस्य कमिश्नर सागर श्री मनोहर दुबे, सीईओ जिला पंचायत सागर, बीडीए की सीईओ श्रीमती रीता सिंह सहित अन्य सदस्यगण एवं अन्य संभागीय अधिकारीगण भी मौजूद थे।
बैठक में अध्यक्ष डॉ. कुसमरिया ने प्राधिकरण की सीईओ को निर्देशित किया कि वे सभी सदस्यों की सहमति से बीडीए की ओर से बड़े कामों के योजना प्रस्ताव तैयार करें। योजना प्रस्ताव तैयार करने के लिये विशेषज्ञों की सेवायें ली जायें। उन्होंने कहा कि राज्य शासन से प्राप्त आवंटन राशि 1.35 करोड रूपये से सदस्यों द्वारा प्रस्तावित निर्माण कार्य कराये जायें। अगली तिमाही में प्राप्त राशि से बीडीए के लिये विशेषज्ञ कन्सल्टेंट की नियुक्ति की जाये। उन्होंने कहा कि बीडीए द्वारा मंजूर किये गए सभी निर्माण कार्यों का उपयोगिता प्रमाण-पत्र व कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र ले लियें जायें। सभी पूर्ण कार्यो का भौतिक सत्यापन भी कराया जाये।
कमिश्नर श्री दुबे ने बैठक में कहा कि बीडीए पूरे अंचल के विकास के लिये थिंक टैंक के रूप में कार्य करे। बड़ी व पंचवर्षीय योजनायें बनाई जायें। इस काम के लिये विशेषज्ञ की सेवायें ली जायें। बुन्देलखण्ड के सर्वांगीण विकास के लिये यहां रोजगार सृजन, कौशल उन्नयन, जल संरक्षण और उन्नत खेती पर विशेष रूप से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखंड के विकास के लिये हमें बड़ा सोचना होगा और कुछ बड़ा करने का प्रयास करना होगा। बुन्देलखंड पैकेज के तहत भी इस दिशा में कार्य किये जा सकते हैं। प्राधिकरण सदस्यों द्वारा बीडीए के निज भवन की मांग किये जाने पर कमिश्नर श्री दुबे ने कहा कि जल्द ही नया कलेक्ट्रेट भवन तैयार हो जायेगा। इससे पुराना कलेक्ट्रेट भवन रिक्त हो जायेगा, तब पुराने कलेक्ट्रेट भवन में या पुराने बीडीए कार्यालय भवन में ही बीडीए का निज कार्यालय स्थापित करने हेतु भवन आवंटित कर दिया जायेगा।
बैठक में पहली तिमाही से प्राप्त राशि से सदस्यों द्वारा प्राप्त निर्माण प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। प्राधिकरण के सदस्यों ने सुझाव दिया कि बीडीए के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व अन्य सभी सदस्य मुख्यमंत्रीजी से मिलकर बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण की अनुदान राशि (ग्रान्ट) बढ़ाने की मांग करें, ताकि बीडीए द्वारा और अधिक व्यापक स्तर पर विकास कार्यों की बड़ी परियोजनाओं के प्रस्ताव तैयार किये जा सकें।
बैठक में प्राधिकरण की सीईओ ने बताया कि संभाग के सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना के अलावा दतिया जिला भी बीडीए के कार्यक्षेत्र में आता है। एक अप्रैल 17 से 31 मार्च 18 तक बीडीए द्वारा इन छह जिलों में मंजूर किये गए लगभग 90 प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। शेष निर्माण कार्य अन्तिम चरण में हैं। उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा बीते माली साल 2017-18 की चौथी तिमाही में बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण को कुल 1 करोड़ 52 लाख 50 हजार रूपये का आंवटन प्राप्त हुआ था। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही (एक अपै्रल से 30 जून 18 तक) के लिये शासन से 1 करोड़ 35 लाख 50 हजार रूपये मिले हैं। इस राशि से सदस्यों द्वारा प्रस्तावित निर्माण कार्य पूरे किये जायेंगे।