सागर – ईपत्रकार.कॉम |बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण की शुक्रवार को एक अहम बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने की। बैठक में प्राधिकरण के उपाध्यक्षद्वय श्री विजयबहादुर सिंह बुन्देला व श्री डालचंद कुशवाहा, प्राधिकरण के सदस्य सागर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, श्री करणसिंह यादव, श्री सुशील कुमार तिवारी, श्री संजय नकीब खंगार, विशेष आमंत्रित स्थायी सदस्य सागर कमिश्नर श्री आशुतोष अवस्थी, सागर कलेक्टर श्री आलोक कुमार सिंह, प्राधिकरण की सीईओ सुश्री रीता सिंह सहित अन्य संभागीय अधिकारीगण भी मौजूद थे।
बैठक में प्राधिकरण अध्यक्ष डा. कुसमरिया ने सीईओ को निर्देशित किया कि वे बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण के निज भवन के लिये भू-आवंटन हेतु विधिवत प्रस्ताव तैयार कर कलेक्टर सागर को भेजे। बीडीए भवन के लिये भूमि मिलते ही निर्माण हेतु राज्य शासन से राशि की मांग की जायेगी। इस पर कलेक्टर सागर श्री सिंह ने कहा कि प्रस्ताव मिलते ही बीडीए के निज भवन निर्माण हेतु योजना विभाग को सागर शहर में ही समुचित स्थल पर भूमि आवंटित कर दी जायेगी।
बैठक में प्राधिकरण अध्यक्ष डा. कुसमरिया ने सीईओ से कहा कि बीडीए द्वारा मंजूर किये गए सभी निर्माण कार्यों का उपयोगिता प्रमाण-पत्र व कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र ले लियें जायें। सभी पूर्ण कार्यों का भौतिक सत्यापन भी कराया जाये। कमिश्नर श्री अवस्थी ने कहा कि बीते वित्त वर्ष 2016-17 में मंजूर व पूर्ण हो चुके निर्माण कार्यों का भी भौतिक सत्यापन करायें।
बैठक में सदस्य श्री तिवारी ने सुझाव दिया कि बीडीए के अध्यक्ष, सभी उपाध्यक्ष व सभी सदस्य मुख्यमंत्रीजी से मिलकर बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण की अनुदान राशि (ग्रान्ट) बढ़ाने की मांग करें, ताकि इस वृहद क्षेत्र में समुचित विकास कार्य कराये जा सकें। वहीं, प्राधिकरण अध्यक्ष ने सुझाव दिया कि बीडीए में एक स्पेशल प्रोजेक्ट ऑफिसर भी नियुक्त किया जाये, जो इस क्षेत्र की जरूरत के मुताबिक विशेष तरह के विकास प्रस्ताव तैयार करे, ताकि इन विकास प्रस्तावों पर काम करने के लिये भारत सरकार, राज्य सरकार और अन्य किसी वित्तीय संगठन से वित्त प्रदाय हेतु मांग की जा सके। बैठक में सदस्यों ने कहा कि बुन्देलखण्ड अंचल में जल संकट निवारण हेतु बड़ी मात्रा में कार्य करने की जरूरत है। अतः बुन्देलखण्ड क्षेत्र में मौजूद चन्देलकालीन व अन्य तालाबों के गहरीकरण का कार्य अभी से प्रांरभ कर दिया जाना चाहिये। बीडीए की ओर से हर तालाब के गहरीकरण में 10 से 15 लाख रूपये व्यय किये जायें, ताकि तालाब भी गहरा हो सके और किसानों को तालाब की उपजाऊ मिट्टी भी मिल सके।
बैठक में प्राधिकरण की सीईओ ने बताया कि संभाग के सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना के अलावा दतिया जिला भी बीडीए के कार्यक्षेत्र में आता है। एक अप्रैल से 31 दिसम्बर 17 तक बीडीए द्वारा इन छह जिलों में 113 निर्माण कार्य मंजूर किये गए जिनमें से 31 जनवरी 18 तक 105 निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। आठ निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा जारी माली साल 2017-18 की चौथी तिमाही में बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण को कुल 1 करोड़ 52 लाख 50 हजार रूपये का आवंटन प्राप्त हुआ है। बैठक में प्राधिकरण को प्राप्त यह आवंटन निर्माण एजेंसी को देने का निर्णय लिया गया।