मधुमक्खी की तरह टैक्स वसूलना सीखे आयकर विभाग-सीतारमण

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को आयकर दिवस के मौके पर टैक्स विभाग के अधिकारियों को मधुमक्खी की तरह काम करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा, ‘जिस तरह बिना फूल को नुकसान पहुंचाए मधुमक्खी शहद निकाल लेती है, उसी तरह अधिकारियों को टैक्स इकट्ठा करने के लिए रास्ता अपनाना चाहिए.’

नई दिल्ली में आयोजित आयकर दिवस 2019 के कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने कहा कि टैक्स वसूलने का मकसद टैक्सपेयर को सजा देने का नहीं होता है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों की ज्यादा आमदनी है उनसे कुछ लेकर उन लोगों को देते हैं जिनको जरूरत है. वित्त मंत्री ने कहा कि करदाताओं को राष्ट्र निर्माण में योगदान करने के नजरिए से टैक्स का भुगतान करना चाहिए ना कि इसे किसी सजा की तरह लेना चाहिए.

निर्मला सीतारमण ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में इनकम टैक्स कलेक्शन करीब दोगुना हो गया है, यह उनकी सरकार की बड़ी उपलब्धि है. उनका कहना है कि टैक्स कलेक्शन, जुर्माने के तौर पर नहीं लिया जाता है, बल्कि टैक्स कलेक्शन इसलिए किया जाता है ताकि उन लोगों के लिए काम किया जा सके जो गरीब और पिछड़े हैं.

वित्त मंत्री ने आयकर अधिकारियों को सलाह दी कि जो लोग टैक्स सिस्टम से खेल रहे हैं उन पर पैनी नजर रखने की जरूरत है. उनके लिए इलेक्ट्रॉनिक तरीका या फिर डेटा माइनिंग तरीका अपनाने से परहेज नहीं करना चाहिए.

वहीं इस मौके पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कालेधन से निपटना एक बड़ी चुनौती है और उस चुनौती का आयकर विभाग डटकर मुकाबला कर रहा है. आयकर विभाग कालाधन जमा करने वाले और टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ निर्णायक कदम उठा रहा है.

इस कार्यक्रम में सीबीडीटी चेयरमैन प्रमोद चंद्र मोदी ने कहा है कि 2018-19 में 11.37 लाख करोड़ रुपये आयकर जमा हुआ है. बता दें कि आयकर की शुरुआत 1861 में हुई थी, तब 30 लाख रुपये टैक्स के रूप में मिले थे.

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