पश्चिम बंगाल भले ही देश के एक कोने की ओर हो लेकिन वहां की राजनीति पूरे देश को प्रभावित करती है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने शुरू से ही भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खिलाफत की है और उनका यह रुख अब भी जारी है। साल 2021 में राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में भाजपा का प्रदर्शन देखते हुए ममता ने सीख ली है और लेफ्ट व कांग्रेस को साथ मिलकर चुनाव लड़ने का न्योता दिया है।
ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा के खिलाफ सीपीएम (मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी) और कांग्रेस कौ टीएमसी के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए। हालांकि, जिस फॉर्मूले पर ममता पश्चिम बंगाल का चुनाव लड़ना चाहती हैं। उसकी बानगी उत्तर प्रदेश में सपा, बसपा और रालोद ने दिखाई थी। लेकिन यह महागठबंधन राजनीतिक अखाड़े में यह फॉर्मूला औंधे मुंह गिर गया।
ममता बनर्जी के इस आह्वान में खास बात यह है कि जिस लेफ्ट को वह साथ में चुनाव लड़ने की बात कह रही हैं, साल 2011 के चुनाव में इसी लेफ्ट के 24 साल के शासन को खत्म करते हुए वह सत्ता पर काबिज हुई थीं। बता दें कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पश्चिम बंगाल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 42 में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी।