शिवसेना ने बेमौसमी बारिश और सब्जियों के गिरते दामों पर भाजपा नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस बिना आवाज का ढोल पीट रहे हैं। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले संगठन ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान हुए विकास पर बात करने की बजाय फडणवीस को चीनी , टमाटर , प्याज और अन्य कृषि उत्पादों की गिरती कीमतों पर ध्यान देना चाहिए जिसका किसानों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। शिवसेना सत्तारूढ़ पार्टी का हिस्सा है। पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘ सामना ’ के संपादकीय में कहा , ‘‘ मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उनके कार्यकाल में हुए विकास,कृषि उत्पाद में वृद्धि और ऋण माफी योजना के प्रभावी कार्यान्वयन की विस्तृत जानकारी पेन ड्राइव में है। ’’
मुख्यमंत्री जारी रख सकते हैं बिना आवाज के ढोल बजाना
मराठी दैनिक पत्र में कहा , ‘‘ मुख्यमंत्री अपना बिना आवाज का ढोल बजाना जारी रख सकते हैं लेकिन उन्हें टमाटर , प्याज , चीनी और अन्य कृषि उत्पादों के गिरते दामों पर भी ध्यान देना चाहिए। किसानों पर गिरते दामों के प्रभावों का उदाहरण देते हुए शिवसेना ने कहा कि अहमदनगर जिले के एक किसान ने एक म्यूजिक बैंड बुला कर संगीत के बीच अपना खेत पशुओं के हवाले कर दिया। संपादकीय में कहा कि अगर उन्हें उसकी बुनियादी लागत भी न मिले तो परेशान किसानों के पास अपनी फसल नष्ट करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। इसमें पूछा गया , ‘‘ न्यूनतम समर्थन मूल्य को छोड़ दें , अगर किसानों को उनके उत्पादन की कीमत ही न मिले , उनके पास अपनी फसल फेंकने या पशुओं को उन्हें खाने देने के अलावा क्या रास्ता रह जाता है ?’’