मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि अंतर्राष्ट्रीय विचार महाकुंभ में लोकार्पित किये गये सिंहस्थ के सार्वभौम संदेश का क्रियान्वयन तुरन्त शुरू किया जाये। सभी विभाग इसके लिये कार्य-योजना बनाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी संबंधित विभाग आगामी दस दिन में कार्य-योजना तैयार करें। मुख्य सचिव विभागों की कार्य-योजना की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ के सार्वभौम संदेश के क्रियान्वयन के लिये की गई घोषणाओं पर संबंधित विभाग तुरन्त कार्रवाई शुरू करें। इसमें मुख्य रूप से आनंद मंत्रालय का गठन, नदियों के पुनर्जीवन और नर्मदा-क्षिप्रा के किनारे वृक्षारोपण, स्कूली पाठ्यक्रम में सर्वधर्म समादर की भावना विकसित करने, नैतिक शिक्षा एवं बेटियों के प्रति सद्भाव बढ़ाने वाले पाठ शामिल करना है। इसके अलावा आयुर्वेद पद्धति को बढ़ावा, स्कूलों में योग शिक्षक की नियुक्ति, अपने घरों में शौचालय नहीं बनवाने पर स्थानीय चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित करने, कुटीर उद्योगों को बढ़ावा, रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग को कम करने और जैविक खेती को बढ़ावा तथा नारी प्रतिष्ठा और गरिमा को ध्यान में रखते हुए विज्ञापनों में नारी के प्रदर्शन को रोकने के लिये कार्रवाई करना शामिल है।
बैठक में मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री एस.के मिश्रा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विवेक अग्रवाल और श्री हरिरंजन राव उपस्थित थे।