सीरिया में हुए रासायनिक हमले के बाद अमेरिका ने सीरिया पर हवाई हमले किये हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा इन हमलों में सीरिया के हवाई क्षेत्रों को निशाना बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि सीरिया के हवाई क्षेत्रों में 50 टॉमहॉक क्रूज मिसाइल दागे गये हैं। इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा था कि सीरिया के भविष्य में राष्ट्रपति बशर अल असद की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए।
बता दें कि इससे पहले सीएनएन ने रक्षा सूत्रों के हवाले से कहा था कि ट्रंप ने संसद के कुछ सदस्यों से सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की बात की है। वह रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के साथ संभावित विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। इस हमले में मिसाइलों और ड्रोनों से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा सकता है। हालांकि सीरिया में रूसी सेनाओं की मौजूदगी के बीच यह हमला पूरे क्षेत्र में सैन्य टकराव की नई वजह बन सकता है।
अमेरिका अगस्त 2013 के रासायनिक हमले के बाद भी सीरिया में हवाई हमला करने के करीब था, लेकिन रूस की मध्यस्थता और सीरिया द्वारा रासायनिक हथियारों का भंडार नष्ट करने के ऐलान से हमला टल गया। उस रासायनिक हमले में 1300 लोग मारे गए थे।
अमेरिकी अगुआई में पश्चिमी देशों के गठबंधन की फौज अभी सीरिया-इराक में आईएस के ठिकानों पर बमबारी कर रही हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने भी कहा कि हमले में असद सरकार का हाथ होने को लेकर हमें रत्ती भर भी संदेह नहीं है। सीरिया सरकार को लगातार समर्थन देने के मुद्दे पर रूस को दोबारा सोचना चाहिए। टिलरसन अगले हफ्ते मॉस्को का दौरा करेंगे।