प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि स्वच्छ भारत मिशन से सामाजिक उद्यमियों को लाभ मिलेगा। इस कार्यक्रम में व्यापार के काफी तत्व हैं। प्रधानमंत्री ने कचरे (वेस्ट) को धन (वेल्थ) में बदलने की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सामाजिक उद्यमियों की भूमिका में बड़ी संख्या में युवा स्वच्छ भारत में शामिल होने के लिए आगे आ रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन बड़ी संख्या में सामाजिक उद्यमियों को उभरने का अवसर प्रदान करता है। वेस्ट टू वेल्थ (कचरे से धन) की सोच को गति मिल रही है। प्रधानमंत्री रविवार को एस्सेल ग्रुप के 90 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यदि हम कचरे को कचरा समझेंगे तब हम अपने बहुमूल्य संपत्ति को खो देंगे। प्राकृतिक संसाधनों की कमी है। ऐसे में उचित प्रबंधन और सही इस्तेमाल के जरिये वैज्ञानिक तरीके से इससे निपटा जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उद्यमिता भारतीय व्यवस्था में अंतर्निहित रही है जो एक पीढ़ी से दूसरी को सौंपी गई है।