भले ही हड्डियों में दर्द की समस्या अमूमन बोन डेंसिटी कम होने के कारण या फिर चोट लगने की वजह से हो लेकिन यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। हड्डियों में अचानक दर्द उठने के अनेकों कारण हो सकते हैं। चोट या शरीर के किसी अंग विशेष के अति प्रयोग और रक्त की आपूर्ति में बाधा के कारण भी यह हो सकता है। इसी तरह पुराने ऑस्टियो आर्थराइटिस, गठिया, ल्युपस या सिकल सेल एनीमिया के चलते भी अचानक जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है।
हड्डी में लगातार दर्द रहना एक आम समस्या है। यह उम्रदराज या बढ़ती उम्र वालों में ज्यादा देखी जाती है। कुछ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिकतर और ज्यादा गंभीर रूप से हड्डियों में दर्द की शिकायत होती है।
ऐसे कर सकते हैं बचाव
मांसपेशियों में खिंचाव से बचने के लिए हर 20 मिनट में खड़ा होना चाहिए। डेस्क पर काम करने वाले लोगों के लिए लंबे समय तक एक स्थिति में बने रहने से बचना चाहिए। हल्की स्ट्रेचिंग करें, मसलन अपने हाथ को कमर के निचले हिस्से तक ले जाकर पीछे की ओर खिंचाव की स्थिति में ले जाएं। डेस्क पर घुमाव, सिर को अगल-बगल घुमाना और ठुड्डी को सिकोड़ना जैसी साधारण स्ट्रेचिंग भी मददगार साबित होती है।
पॉश्चर को ठीक रखना है जरूरी
बैठने के दौरान अपनी मुद्रा का विशेष ध्यान रखें। सीधे बैठें। कैल्शियम युक्त भोजन का सेवन करें, जिसमें दही, दूध, पनीर, सारडिन, सोयाबीन, पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकोली आदि शामिल हैं। यदि आपको लंबे समय तक हड्डियों में दर्द बना रहता है तो डॉक्टर से अवश्य परामर्श लें। गंभीर आर्थराइटिस के मामले में ज्वाइंट रिप्लेसमेंट दर्द से छुटकारा दिलाने में कारगर हो सकता है।