होशंगाबाद – ईपत्रकार.कॉम |बाबई विकासखण्ड के ग्राम आंचलखेड़ा में मंगलवार को जिला स्तरीय अटल बाल पालक स्नेह सरोकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में सभी अटल बाल पालकों को सम्बोधित करते हुए नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव ने कहा कि हम सभी अपने लिए नहीं अपितु अपने बच्चों के लिए जीते हैं। यदि कोई महिला संतान को जन्म देते हुए मृत्यु को प्राप्त होती है तो यह एक अपराधिक कृत्य के समान है। हम सब कुपोषित बच्चों पर कार्य कर रहे हैं यदि हम हाईरिस्क गर्भवती महिला पर विशेष ध्यान दें तो कुपोषित बच्चे पैदा ही नहीं होंगे। हम एक हाईरिस्क गर्भवती महिला को नहीं अपितु एक माँ को बचा रहे हैं। आने वाले समय में जीवन देने वाली महिला अपने प्राण न दे दे यह हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती है। इसलिए हिरण्य गर्भा अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत हाईरिस्क गर्भवती महिला के घर पर जाकर उसके सास ससुर पति एवं परिवार के अन्य सदस्य को महिला के हाईरिस्क होने की बात बतायी जाती है साथ ही परिवार को महिला की विशेष देख-रेख करने की समझाइश दी जाती है। कमिश्नर ने कहा कि दधीची अभियान के अंतर्गत वर्ष 2019 तक कोई भी नेत्र रोग से पीड़ित बच्चा कार्निया से वंचित नहीं रह पाएगा। इसके लिए घर घर सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। सर्वे में 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे चिन्हित किए जा रहे हैं जिन्हें कॉर्निया की आवश्यकता है। कमिश्नर ने कहा कि हमारे जिले में हर वर्ष ढ़ेड सौ मौत सड़क दुर्घटना में होती हैं साथ ही पूरे संभाग में यह आंकड़ा 400 मौतों का है। कमिश्नर ने बताया कि गत वर्ष संभाग के सभी हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का ऑपरेशन कराया गया था। वर्तमान में एक भी बच्चा हृदय रोग से पीड़ित नहीं है। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने बताया कि हमने जिले की हर आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने का बीड़ा उठाया है। यह लड़ाई लम्बी है और सभी के सहयोग से जीती जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि यदि हम सब मिलकर कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में लाने का प्रयास करते हैं तो हमें सफलता अवश्य मिलेगी। कलेक्टर ने बताया कि अटल बाल पालकों ने अथक परिश्रम से अति कम वजन के बच्चों को स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में लाया गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास प्रशासन, शासन या सरकार का नहीं अपितु हम सभी का है। श्री लवानिया ने कहा कि अटल बाल पालकों के सहयोग से यह अभियान दिन रात आगे बढ़ रहा है।
इसके पूर्व जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय त्रिपाठी ने बताया कि 25 मार्च 2017 को जिले की सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों को अटल बाल पालकों को गोद दिया गया। जिले की 430 आंगनवाड़ी को अटल बाल पालकों ने गोद लिया है। इसके अलावा कोकाकोला कम्पनी, वर्ल्ड विजन, नर्मदा अपना अस्पताल, सेवा सदन संस्था, ड्डक्लटन फाउन्डेशन की मदद से कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में लाया जा रहा है। आज की स्थिति में जिले की 96 आंगनवाड़ी केन्द्र में एक भी बच्चा अति कम वजन का नहीं हैं और 11 आंगनवाड़ी केन्द्र पूरी तरह कुपोषण से मुक्त है। श्री त्रिपाठी ने बताया कि सितंबर तक 934 हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं की विशेष देख-भाल की गई। इनमें से 799 महिलाओं के सुरक्षित प्रसव कराये गए। हिरण्य गर्भा अभियान एक उपलब्धि है। अंगदान एवं दधीची अभियान से भी लोग जुड़ने लगे हैं। संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास श्री शिव कुमार शर्मा ने कहा कि शासन प्रशासन एवं मीडिया के सहयोग से सभी अभियान सफल हुए हैं।
कार्यक्रम में अटल बाल पालक एक्सप्रेस पुस्तिका का विमोचन किया गया एवं अटल बाल पालकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। स्नेह सरोकार सम्मेलन में अटल बाल पालकों ने अपने अनुभव सांझा किए। अटल बाल पालक श्री सुरेश अग्रवाल ने बताया कि अब आंगनवाड़ी केन्द्रों से जनता का जुड़ाव हुआ है और अब अच्छा कार्य हो रहा है। डॉ. श्रुति मालवीय ने बताया कि उनकी टीम द्वारा विगत एक वर्ष में हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव कराए गए एवं एक साल में एक हजार महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया है। डॉ. यूके शुक्ला ने कहा कि उनके द्वारा एक कुपोषित बालक एवं बालिका का उपचार किया गया और उन्हें स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद पाठक ने बताया कि यदि हम थोड़ा भी ध्यान कुपोषित बच्चों की ओर दें तो समस्या का समाधान हो जाएगा। श्री आदिल फाजिल ने कहा कि सभी के सहयोग से लगातार प्रगति आ रही है। श्रीमती नीरजा फौजदार ने बताया कि उनके द्वारा स्लम एरिया आदमगढ़ में 3 आंगनवाड़ी केन्द्र गोद लिए गए हैं। हर 15 दिन में कैंप लगाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। उन्होंने कहा कि अटल बाल पालक अच्छा कार्य कर रहे हैं।
स्नेह सरोकार सम्मेलन में नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाए गए थे। जहां सभी तरह की बीमारियों की जाँच नि:शुल्क की गई। कुपोषण उन्मूलन हेतु सोयाबीन आधारित खाद्य पदार्थों के लिए जन जागृति शिविर भी लगाये गए थे। स्माईल वैन द्वारा भी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
स्नेह सरोकार सम्मेलन में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कुशल पटेल, जनपद पंचायत बाबई के अध्यक्ष श्री ब्राज मोहन मीणा, नगर पंचायत अध्यक्ष श्री ओम उपाध्याय, रिजनल मेनेजर कोकाकोला इंडिया श्री सचिन पाराशर सहित जिले के समस्त अटल बाल पालक मौजूद थे।