नीमच- (ईपत्रकार.कॉम) |कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने स्वाइनफ्लू को फैलने से रोकने के आवश्यक उपाय करने के लिये चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है। इस संबंध में उन्होंने जनता को जागरूक करने तथा जाँच और इलाज की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। स्वाइनफ्लू को लेकर बुधवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ.पंकज शर्मा एवं चिकित्सकगण मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर श्रीसिंह ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा,कि स्वाइनफ्लू की दवाईयाँ, उपकरण एवं अन्य जरूरी सामग्री की सभी जगह पर्याप्त व्यवस्था की जाये। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि स्वाइनफ्लू के लिये जिला अस्पताल नीमच में 6 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है तथा जिले के विभिन्न अस्पतालों में टेमीफ्लू दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई गई है।ऐसे होता है स्वाइनफ्लू-स्वाइनफ्लू की बीमारी इन्फ्लूएनजा ‘ए’(एच1एन1) वायरस से होती है। यह वायरस मनुष्य में ड्रोपलेट इन्फेक्शन से फैलता है। वायरस सख्त एवं ठोस जगह पर 24 से 48 घंटे तक, कपड़ों एवं पेपरों पर 8 से 12 घंटो तक तथा हाथों पर 15 मिनिट जीवित रह सकता है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण और उपचार-संभावित स्वाईन फ्लू के रोगी को तीन श्रेणी ए,बी,सी में बाँटा गया है। “ए श्रेणी” में रोगियों को सामान्य सर्दी-जुकाम, हल्का बुखार, उल्टी दस्त एवं बदन दर्द होता है। ऐसे लक्षणों के अनुसार दवाईयाँ दें। रोगी को घर पर रहकर आराम करने एवं भीड़-भाड़ स्थानों पर न जाने की सलाह दें। 24 से 48 घंटों तक निगरानी में रखें। आराम न मिलने पर डॉक्टर की सलाह ली जाये। घर पर हाई रिस्क सदस्यों से दूरी बनायें रखें।“बी श्रेणी” के रोगियों में उल्टी-दस्त, बदन दर्द के साथ ही तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ होती है।