हमारे बहु बेटियों कि मर्यादा बचाना है तो सबसे पहले घर में शौचालय आवश्यक हैं-कलेक्टर श्री माल सिंह

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उमरिया- (ईपत्रकार.कॉम) |‘‘जो समाज जितना अधिक शिक्षित होगा विकास भी उसी गति से बढेगा स्वच्छता एवं साफ सफाई से व्यक्ति का मन एवं चित्त किसी भी कार्य के लिए रचनात्मक तरीके से जुडेगा और किये गये कार्य का बेहतर परिणाम सामने आयेगा‘‘। यह बात कलेक्टर माल सिंह मानपुर विकासखण्ड के धमोखर एवं परासी मे आयोजित प्रातःकालीन चौपाल कार्यक्रम में ग्रामीणों से कही

इस अवसर पर अपर कलेक्टर जी.एस.धुर्वे सी.ई.ओ. मानपुर प्रभास घनघोरिया,जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी सुश्री दिव्या गुप्ता, आबकारी अधिकारी सुरेन्द्र उराव,डी.पी.सी. महेन्द्र यादव, डी.ई.ओ. रणमत सिंह, परियोजना अधिकारी सुनेन्द्र सदाफल, महिला बाल विकास अधिकारी मनमोहन सिंह कुशराम और मनीषा क्रांडा, नरेगा पी.ओ. संदीप श्रीवास्तव खण्ड समन्यवक प्रधान मंत्री आवास आर.पी. सिंह, सरपंच, सचिव सहित बडी संख्या में बच्चें, महिला,पुरूष उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री माल सिंह सहित पूरा प्रशासन जब धमोखर एवं परासी पहुंचा तब ग्रामवासी विभिन्न आशाओं के साथ एकत्र हुए। कलेक्टर ने लोटा लेकर शौच क्रिया के लिए बाहर जाने को पूर्णतः बंद करने और घर-घर शौचालय बनाकर उपयोग करने की समझाइस दी। उसी बीच उपस्थित बच्चों ने एक स्वर से हाथ उठाकर कहा कि अब हम गांव के किसी भी व्यक्ति को शौच के लिए नही जाने दूंगा इस हेतु टोली बनाकर सुबह एवं शाम जागरूकता के लिए अपने बडे बुजुर्गो को प्रेरित करूंगा।

कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि देहरी एवं घूंघट के अंदर रहने मात्र से मर्यादा नही होती, हमारे बहु बेटियों कि मर्यादा बचाना है तो सबसे पहले घर में शौचालय आव श्यक हैं। बेटी का विवाह उस घर में करें जिस घर में शौचालय हो। इससे गांव की साफ-सफाई तथा विभिन्न बीमारियों से निजात मिलेंगी और बच्चों का सुनहरा भविष्य उज्जलमय होगा।

कलेक्टर ने कहा कि बच्चों की शिक्षा एवं संस्कार दें और शासकीय योजनाओं का लाभ आगें बढकर लें, विकास की चिंता नही करें इसके लिए पूरा प्रशासन कटिबद्ध है। ग्रामीणों की मांग पर सी सी रोड, बोरीबन्धान का कार्य दो दिवस के प्रारंभ कराने, नामांतरण, बटवारा,बीवन की नकल समस्त कृषकों उपलब्ध कराने रूकी हुई मजदूरी का भुगतान एक सप्ताह में कराने हर हाथ को गांव में ही काम उपलब्ध कराने, शौचालय एवं प्र.मं.आवास निर्माण हेतु मटेरियल सचिव को उपलब्ध कराने के निर्देश कलेक्टर ने दिया है।

चौपाल में जिला आबकारी श्री सुरेन्द्र उराव ने कहा कि नशा परिवार को विनाश की ओर ले जाता है यदि नशा करना ही है तो बच्चों को शिक्षा दिलाने, अच्छा संस्कार देने, पौष्टिक आहार और अच्छे कार्य करने का करें तो निश्चित रूप से सुसज्जित समाज की परिकल्पना साकार होंगी और स्वमेव भारत स्वच्छता के मिशन को पूरा कर सकेंगी।

महिला बाल विकास अधिकारी श्री मनमोहन सिंह ने विभागीय योंजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों की संस्कारधानी है यहा अनौपचारिक शिक्षा देकर बच्चों को पहली कक्षा में जाने के लिए तैयार किया जाता है। केन्द्र के बच्चों में संकोच या हिचक रही तो माना जायेगा आंगनबाडी कार्यकर्ता में अपने दायित्वों का निर्वहन अच्छें से नही किया। कुपोषण से मुक्त करने के लिए कुपोषित बच्चों की एनआरसी में भर्ती कराने की समझाइस देते हुए गर्भवती एवं धात्री माताओं को पूरक पोषण आहार, बच्चों का टीकाकरण कराने पर जोर दिया।

मैकेनिक महेन्द्र सिंह को कलेक्टर ने दी शाबासी
ग्राम चौपाल में जब कलेक्टर ने हैंडपम्प एवं नल जल योजना की चर्चा ग्रामीणों से की उस दौरान बताया गया कि धमोखर एवं परासी में 19-19 हैंडपम्प स्थापित हैं जिसमें एक हैंडपम्प के अलावा सभी चालू हालत में है। बिगडने की स्थिति में हैंडपम्प मैकेनिक महेन्द्र सिंह द्वारा महज 4-6 घंटे के अंदर कर दिया जाता है।इस बात का प्रमाण उपस्थित ग्रामीणों ने हाथ उठाकर कलेक्टर के समक्ष दिया। कलेक्टर श्री माल सिंह कर्तव्यनिष्ठ मैकेनिक को शाबासी देते हुए पुरस्कृत करने की बात कही।

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