राजगढ़ – (ईपत्रकार.कॉम) |कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने जिले के समस्त विभागीय अधिकारियों से कहा है कि जिले में लगभग 3500 बच्चे पर्याप्त देखभाल नहीं होने के कारण अतिकुपोषण के शिकार हैं। यदि उनकी समुचित देखभाल और समय रहते उपचार मिले तो वे भी सामान्य बच्चों की तरह हंसते-खेलते अपना जीवन जी सकेंगे। शासकीय सेवक अपने मन में समाज सेवा की भी भावना रखें और इस उद्देश्य से वे अपने नजदीक के किसी एक अतिकुपोषित बच्चे को अपनी निगरानी में लें। शासकीय सेवकों का यह सहयोग जिले से बच्चों के अतिकुपोषण को समाप्त करने महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने यह बात आज समय सीमा में पत्रों के निराकरण संबंधित बैठक में अतिकुपोषण समाप्त करने किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा के दौरान कही। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी मौजूद रहे।
जनसुनवाई के लंबित आवेदनों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी निःशुल्क आवेदन लेखनकर्ता आवेदन में आवेदक का नाम, पता, ग्राम, विकास खण्ड और दूरभाष का संपर्क नंबर अवश्य लिखे, ताकि आवश्यकता के समय उससे संपर्क किया जा सके और आवेदनों के शीघ्र निराकरण में किसी प्रकार की समस्या नहीं आए।
उन्होंने बैंकों के माध्यम से 342 रूपये वार्षिक मात्र प्रीमियम में क्रियान्वित प्रधानमंत्री जीवन ज्योति और जीवन सुरक्षा बीमा योजना से बैंक के समस्त खाताधारियों को जोड़ने, नवीनीकरण कराने हेतु विशेष अभियान चलाने, प्रचार प्रसार करने और शिविर आयोजित करने के निर्देश जिला अग्रणि बैंक प्रबंधक को दिए।
सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा के दौरान उन्होंने जिला अधिकारियों को 100 दिवस से अधिक अवधि की लंबित समस्त शिकायतें आवेदक के संतुष्टिकरण सहित एक सप्ताह में शून्य करने के निर्देश दिए। स्वच्छता अभियान की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि जिले के समस्त विभागीय अधिकारी सितंबर माह के अंत तक यह सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ अमले के निवास में शौचालय निर्मित है और वे इसका सतत उपयोग कर रहे हैं। इस आशय का प्रमाण पत्र भी उन्होंने जिला कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिले के समस्त कार्यालय साफ-सुथरे रहें, कार्यालय की साफ-सफाई और रंग-रोगन कराया जाए तथा कूड़ा-कचरा बाहर निर्धारित स्थान पर निपटान कराएं। इस हेतु उन्होंने अभियान भी चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने भावांतर योजनान्तर्गत अब तक हुए पंजीयनों की समीक्षा करते हुए कहा कि योजनान्तर्गत मिलने वाले लाभ का स्पष्ट संदेश कृषकों तक पहुंचे और पंजीयन से कोई कृषक छूटे नहीं, सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।