इंदौर संभाग में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, श्रमिक कल्याण और किसान कल्याण योजना के संबंध में विशेष ध्यान दिया जायेगा- कमिश्नर

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इंदौर – ईपत्रकार.कॉम |कमिश्नर श्री राघवेन्द्र सिंह ने कहा है कि इंदौर संभाग में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, श्रमिक कल्याण और किसान कल्याण योजना के संबंध में विशेष ध्यान दिया जायेगा। संभाग में शिक्षा पुनरूत्थान योजना लागू की जायेगी, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में सुधार आ सके। शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार के लिए शिक्षा पुनरूत्थान योजना के तहत ऑडियो-विजुअल क्लासेस शुरू की जायेगी, जिससे विद्यार्थियों की हर विषय पढ़ाई हो सके। उन्होने कहा कि शिक्षा विभाग के स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया जायेगा तथा दोषी पाये जाने पर अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। स्कूलों में साधन भले ही कम हो, मगर शिक्षा में एक वर्ष की भीतर सुधार परिलक्षित होना चाहिए। श्री सिंह आज इंदौर संभाग के संभागीय अधिकारियों से कमिश्नर कार्यालय संभाकक्ष में चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, उद्यानिकी, खाद्य, श्रम, नगरी प्रशासन आदि विभागों के संभागीय अधिकारी मौजूद थे।

श्री सिंह ने कहा कि इंदौर संभाग को पूरे प्रदेश में नं. 1 बनाना हैं। आदिवासी बहुल जिलों में बहुत अधिक काम करने की जरूरत हैं। उन्होने पेयजल की समीक्षा करते हुए कहा कि इंदौर संभाग की बंद नल-जल योजनाएं एक माह के भीतर शुरू कर दी जाए। सभी 2 हजार 290 नल-जल योजनाओं का ठीक ठंग से संधारण शुरू किया जाये। हेडपम्पों की रिपेयरिंग समय-सीमा में की जाए। सभी ग्रामों में पेयजल सुविधा जरूरी हैं। उनके द्वारा आने वाले समय में ग्रामीण क्षेत्रों को दौरा किया जायेगा। उन्होने कहा कि बंद नल-जल योजनाओं में बिलजी कनेक्शन और ट्यूबवेल खनन सुनिश्चित किया जाये। राज्य शासन से संभाग में आबादी के अनुपात में ट्यूबवेल खनन के लिए आवश्यक बजट प्राप्त किया जाये। ज्ञातव्य है कि इंदौर संभाग में लगभग 86 हजार हैंडपम्प हैं, जिसमें से 95 प्रतिशत चालू स्थिति में हैं।

असंगठित श्रमिकों का शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश
कमिश्नर श्री सिंह ने नगरीय निकाय, ग्रामीण विकास और श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इंदौर संभाग में सभी पात्र श्रमिकों का पंजीयन कर उन्हें शासन की कल्याणकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ दिलाये। श्रमिकों का पंजीयन करते समय उनके पते और व्यवसाय का सत्यापन जरूरी है। उन्होने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल में सुधार लाकर इंदौर संभाग को मानव विकास सूचकांक में बेहतर श्रेणी में लाना हैं।

जच्चा-बच्चा का कीटाकरण जरूरी
कमिश्नर श्री सिंह ने स्वास्थ्य विभाग में समीक्षा करते हुए कहा कि संभाग में सभी जच्चा-बच्चा का टीकाकरण जरूरी हैं। उन्‍होने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि जननी सुरक्षा एक्सप्रेस सभी जिलों में चलना चाहिए। अस्पतालों में चिकित्सकों और स्टॉफ की समय पर उपस्थिति जरूरी हैं। गरीबों के इलाज में किसी प्रकार की कोताही बर्दास्त नहीं की जायेगी।

कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए श्री सिंह ने कहा कि इंदौर संभाग में 80 प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर हैं1 राज्य शासन की मंशा में अनुरूप संभाग में किसानों की माली हालत सुधारना जरूरी हैं1 ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि विस्तार अधिकारी किसानों को स्थानीय भाषा में किसानों को खेती-किसानी के गुण सिखाए। मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर फसलवार किसानों को खाद इस्तेमाल की जानकारी दें। उन्होने बैठक में भावांतर भुगतान योजना और समर्थन मूल्य पर गेहूं और चना की खरीदी की भी समीक्षा की। उन्होने अधिकारियों से टीम भावना से काम करने की अपील की। बैठक में संयुक्त आयुक्त विकास श्रीमती चेतना फौजदार भी मौजूद थी।

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