कमिश्नर ने किसानों से कम सिंचाई वाली फसल लेने की अपील की संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक सम्पन्न

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होशंगाबाद – (ईपत्रकार.कॉम) |संभाग स्तरीय जल उपयोगिता समिति की बैठक नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव की अध्यक्षता में मंगलवार को कमिश्नर सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में जल संसाधन विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री राकेश अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष पर्याप्त वर्षा न होने के कारण बांधों में पर्याप्त पानी नहीं है। उपलब्ध पानी व कम वर्षा की स्थिति को देखते हुए निस्तार एवं पेयजल के लिए भी पानी बचाने की आवश्यकता है। तवा डैम में 1385 एम.सी.एम. ही पानी है। जो भरावन क्षमता का 72 प्रतिशत है। डोकरीखेड़ा डैम में 2.57 एम.सी.एम. पानी है जो भरावन क्षमता का 20 प्रतिशत है। ऐसी स्थिति में किसानों को आर.बी.सी. से केवल एक पलेवा एक पानी तथा एल.वी.सी. से एक पलेवा 2 पानी सिंचाई के लिए नहरों से दिया जा सकेगा। अधिकतम 90 दिन ही सिंचाई के लिए किसानों को पानी उपलब्ध कराया जाना संभव हो सकेगा। बैठक में बताया गया कि गत दिनों सम्पन्न जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री के समक्ष सहमति बनी थी कि तवा बांयी तट मुख्य नहर से होशंगाबाद व हरदा जिले में एक पलेवा एक पानी दिया जायेगा। तवा बांध के शेष जल की मात्रा का उपयोग पेयजल एवं निस्तार के लिए किया जायेगा।

कमिश्नर श्री उमराव ने सिंचाई के लिए पानी की कम उपलब्धता को देखते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों, फील्ड अधिकारियों, जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों का एक संयुक्त दल बना कर गांव-गांव भ्रमण करने का एवं भ्रमण के दौरान किसानों को कम सिंचाई वाली फसल लेने को प्रेरित करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे नहर से पानी छोड़ने का शेड्यूल बनायें और इस कार्य में पूरी पारदर्शिता रखी जाये। कमिश्नर ने कहा कि किसी भी स्थिति में नहर से पानी चुराने की घटनाएं न हों। साथ ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बांधों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि वे सुरक्षा संबंधी चिंताओं के लिए कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को निर्देशित करेंगे। श्री उमराव ने जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों से कहा कि वे प्राथमिक रूप से निस्तार व पेयजल के लिए 15 जून 2018 तक की पानी उपलब्धता का आकंलन कर लेवे उन्होंने कहा कि जल उपभोक्ता संस्था की मदद से डैम की सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।

बैठक में कमिश्नर ने उपभोक्ता संस्थाओं के वाट्सऐप ग्रुप बनाने के निर्देश दिए और कहा कि वाटसऐप गुप्र में संबंधित अनुभाग का अनुविभागीय दण्डाधिकारी, जल उपभोक्ता संस्था के अध्यक्ष, सदस्य व जल संसाधन विभाग के यंत्री रहे। जब भी नहर से पानी छोड़ा जाए उसके वीडियो व फोटोग्राफ ग्रुप में डाले जाएं। जहां तक संभव हो दिन में 2 बार ग्रुप में फोटो डाले जाएं। कमिश्नर ने कहा कि यदि वाटसऐप ग्रुप में सांसद, विधायक, मंडी अध्यक्ष, जिला पंचायत व जनपद अध्यक्ष जुड़ना चाहे तो उन्हें भी जोड़ा जाए। श्री उमराव ने कहा कि यदि कोई डैम व नहर का निरीक्षण करना चाहे तो उसे निरीक्षण के बाद ग्रुप में निरीक्षण के फोटोग्राफ डालने होंगे। कमिश्नर ने अक्टूबर माह में जल उपभोक्ता संस्थाओं की और एक बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए और कहा कि इन बैठकों के लिए प्रभारी मंत्रियों से भी समय लिया जाए। कमिश्नर ने कहा कि पलेवा का जो पानी नहरों से छोड़ा जाएगा उसके लिए कृषि विभाग व जल उपभोक्ता संस्था के अध्यक्ष से पहले बात कर ली जाए। इन सबसे बात करके ही सिंचाई के लिए नहरों से पानी छोड़ा जाए। बताया गया कि इस वर्ष भी बिजली मांग बढ़ेगी क्योंकि हरदा व होशंगाबाद में गेहूं का रकबा भी है। अभी दिन में 6 घंटे एवं रात में 4 घंटे बिजली सिंचाई के लिए दी जा रही थी। कमिश्नर ने बताया कि कई जगह के चौकीदार शेड्यूल का पालन नहीं कर पाते है इसलिए सभी चौकीदारों की एक ट्रेनिंग करा दी जाए और लंबे समय से जो चौकीदार एक ही जगह है उन्हें अन्यत्र शिफ्ट किया जाए। कमिश्नर ने रात्रि में पुलिस द्वारा रैंडम चेकिंग करने के भी निर्देश दिए।

संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में एडिशनल कमिश्नर श्री आर.के. मिश्रा, अपर कलेक्टर श्री मनोज सरियाम, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पीसी शर्मा, उपायुक्त राजस्व श्री संतोष वर्मा, संयुक्त उपायुक्त विकास श्री राजेन्द्र सिंह, जल संसाधन विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे।

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