कलेक्टर ने पेयजल प्रबंधन हेतु बैठक ली दिये आवश्यक निर्देश

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सीहोर – (ईपत्रकार.कॉम) |कलेक्टर श्री गणेश शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में पेयजल प्रबंधन हेतु बैइक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर द्वारा संपूर्ण जिले में संचालित पेयजल व्यवस्थाओं की जानकारी एवं आगामी गर्मी के मौसम में आने वाली पेयजल की कमी को दूर करने के लिये किये जाने वाले कार्यों एवं इसके लिये आवश्यक संसाधनों की पूर्ति के लिय जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।

कलेक्टर ने निर्देशित किया कि हमें हर हाल में पानी का अपव्यय रोकना है। इसके तहत उन्होंने एसडीएम को निर्देशित किया कि तीनों तालाबों का मुआयना करें साथ ही यह भी देखें कि कहीं सीवेज का पानी तो पेयजल में नहीं मिल रहा है। पानी का लीकेज पूररी तरह रोके। पार्वती नदी में स्टोर किये गये पानी के सरंक्षण हेतु शाजापुर कलेक्टर को पत्र लिखकर सिंचाई हेतु अवैध रूप से लिये जा रहे पानी पर रोक लगवाएं। बिजली विभाग को भी सूचना दें कि जल सप्लाई के समय बिजली बंद न हो। समय पर बिजली दें। जिन बोर में पेयजल सप्लाई किया जा रहा है आवश्यकतानुसार उनका गहरीकरण करवाएं।

जिले के दूरस्थ अंचलों में जिन गांवों में गर्मियों में पेयजल समस्या रहती है ऐसे सभी स्थानों पर पेयजल उपलब्ध कराने हेतु बोर लगवाने सहित अन्य आवश्यक सामग्री एवं उपकरणों हेतु मांगपत्र बनाकर दें ताकि समय रहते हम इस समस्या को दूर कर सकें। शहरी क्षेत्रों के आसपास स्थित गांवो में जो जीवित बोर है उन्हें चिन्हित कर उनका अधिग्रहण करें।

कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री पीएचई को निर्देशत किया कि आवश्यकता के अनुसार निजी बोर अधिग्रहित करें। आष्टा अनुविभागीय अधिकारी को निर्देश दिये कि उपयुक्त धारा के तहत आदेश निकाले कि तालाब का संरक्षित पानी कोई न ले। उन्होंने कहा कि ध्यान रखें कि हमें किसी भी स्थिति में टैंकर से पानी सप्लाई न करना पड़े। पहले शासकीय बोर से पूर्ति करें, आवश्यकता हो तो ही अधिग्रहित किये गये निजी बोर का उपयोग करें।

कलेक्टर ने सभी नगरपालिका/नगरपंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्र में पेयजल की वास्वितक स्थिति जानी एवं आने वाले गर्मी के मौसम में किये जाने वाले उपायों की विस्तृत जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि दो हजार हेंडपंप गर्मी के मौसम में बंद हो जाते हैं अनुविभागीय अधिकारी को पता होना चाहिए कि कौनसा हेंडपंप बि बंद होता है।

प्रत्येक महीने का ग्रामवार हेंडपंप सूखने का चार्ट तीन दिन में तैयार कर उपलब्ध कराएं। पेयजल से संबंधित सूचना अनुविभागीय अधिकारी तक आना चाहिए। प्रत्येक हेंडपंप पर एसडीओ, सीईओ जनपद पंचायत, पीएचई और हेंडपंप मैकेनिक का नंबर लिखा होना चाहिए।

बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा, अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी, सभी तहसीलों के एसडीएम, ईई पीएचई श्री जैन मुख्य कार्यपालन अधिकारी नगरपालिका/नगर पंचायत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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