अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां पहले से चौकस हो गई। वहीं सरकार भी इस हमले के बाद एक्शन मोड में आ गई है। इसी के चलते आर्मी चीफ बिपिन रावत बुधवार को जम्मू-कश्मीर में थे, जहां उन्होंने सुरक्षा की तैयारियों का जायजा लिया, साथ कई अधिकारियों के साथ बैठक भी की। हमले की पूरी समीक्षा करने के बाद उन्होंने एनएसए अजित डोभाल को पूरी रिपोर्ट सौंपी। वहीं मिली जानकारी के अनुसार रावत ने बैठक के बाद अमरनाथ यात्रा पर कुछ बड़े फैसले लिए हैं।
-कोई भी टूरिस्ट वाहन देर शाम यात्रा रूट पर नहीं जा सकता और किसी भी गाड़ी के यात्रा खत्म होने के बाद घूमने पर बैन
– नेशनल हाइवे पर निगरानी का समय बढ़ा दिया गया है। अब वहां देर रात तक सैनिक तैनात रहेंगे।
-शाम 5 बजे के बाद दक्षिण कश्मीर के आमिर बाज़ार के पास किसी भी यात्री वाहन को जाने की इजाजत नहीं होगी।
-यात्रियों की सुरक्षा और मदद के लिए सुरक्षा वाहनों की संख्या में की बढ़ोत्तरी
-श्राइन बोर्ड से ऑनलाइन स्लिप लेकर आने वाले प्राइवेट वाहनों पर लगेगी रोक।
-बिना रजिस्टर हुए वाहन पर रखी जाएगी कड़ी नजर, बढ़ाई जाएगी CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस की तैनाती।
-अब अमरनाथ यात्रा के रुट पर हर व्यक्ति की जांच अलग-अलग पोस्ट पर होगी।
रावत के कश्मीर दौरे के दौरान उनके साथ DG सीआरपीफ, गृहराज्य मंत्री समेत कई अन्य सीनियर अधिकारी मौजूद थे। बता दें कि 10 जुलाई की रात श्रीनगर से जम्मू जाते हुए अमरनाथ यात्रियों की बस पर अनंतनाग में आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि 19 घायल हुए।