होशंगाबाद – ईपत्रकार.कॉम |नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव के मार्गदर्शन में आईआईटी एवं एनआईटी जैसे ख्याति प्राप्त उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई परीक्षा की तैयारी के लिए वर्ष के प्रारंभ से ही रणनीति बनाई गई थी। जेईई एडवांस परीक्षा के लिए क्वालिफाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए ज्ञानोदय विद्यालय होशंगाबाद एवं उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैतूल में आयोजित विशेष कक्षाओं का समापन शुक्रवार को हुआ। इन कक्षाओं में 105 में से 70 विद्यार्थियों ने लाभ लिया। समापन कार्यक्रम में संभागीय उपायुक्त जनजातीय कार्यविभाग श्री जेपी यादव द्वारा विद्यार्थियों को अपनी कोशिशें जारी रखने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जेईई एडवांस के लिए क्वालिफाई कर आपने सिद्ध किया है कि आपमें योग्यता और प्रतिभा दोनों हैं। उन्होंने कहा कि कमिश्नर श्री उमराव की प्रेरणा एवं प्रोत्साहन से प्रारंभ किए गए टारगेट जेईई को संभाग में उल्लेखनीय सफलता मिली। इस वर्ष सरकारी स्कूलों के 105 विद्यार्थियों ने जेईई एडवांस के लिए क्वालिफाई किया। यह सब शिक्षकों और विद्यार्थियों की मेहनत और लगन के कारण संभव हुआ। उन्होंने विद्यार्थियों को जेईई परीक्षा के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अभी सफलता का आगाज है, इसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए भविष्य मे और कडी मेहनत करना हैं जो हार नहीं मानता है वही अंत में जीतता है। आपकी यह सफलता अन्य विद्यार्थियों को इस ओर प्रेरित करेगी। संभागीय उपायुक्त ने विशेष कक्षाओं में अध्यापन के रूप में सेवाएं देने वाले शिक्षकों, छात्रावास प्रभारी एवं केन्द्र प्रभारी का सम्मान किया एवं आभार व्यक्त किया।
विशेष कक्षाओं में उपस्थित हरदा के छात्र रामकरण ने अपने अनुभव सुनाते हुए कहा कि इन विशेष कक्षाओं में सरल तरीके से समझाया गया। यहां आकर बहुत प्रेरणा मिली तथा यहां की सभी व्यवस्थाएं बहुत अच्छी थीं। नीमच की छात्रा पूजा मालवीय ने कहा कि परीक्षा की तैयारी के लिए यहां बहुत अच्छा वातावरण मिला और स्वस्थ प्रतियोगिता की भावना भी मिली। जुझारपुर की छात्रा पलक चौधरी ने कहा कि जिंदगी में पहलीबार घर से निकलकर विशेष कक्षा में अध्ययन किया, इसके पहले कभी भी किसी कोचिंग में नहीं गई। अध्यापन कराने वाले शिक्षक चंद्रेश मालवीय ने कहा कि विशेष कक्षाओं में उपस्थित विद्यार्थी बहुत जिज्ञासु, मेधावी और अनुशासित हैं। संस्था प्राचार्य, श्री एच.जी. दुबे द्वारा आभार व्यक्त किया गया।