इन्दौर – ईपत्रकार.कॉम |प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री ऋषि कुमार शुक्ल के मुख्य आतिथ्य में आज यहां रूस्तम जी पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय आरएपीटीसी में 595 नव आरक्षकों का दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ। इस समारोह में 595 नव आरक्षकों को शपथ दिलाई गई। नव आरक्षकों ने आकर्षक परेड की प्रस्तुति दी। श्री शुक्ल ने परेड की सलामी दी। उक्त सभी 595 नव आरक्षक आज से पुलिस बल में शामिल हो गये हैं।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए श्री शुक्ल ने नव आरक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए उनकी उज्जबल भविष्य की कामनाएं की। उन्होने कहा कि प्रशिक्षण से जीवन में बहुत कुछ सीखने को मिलता हैं। चुनौतियों से निपटने का सामर्थ्य बढ़ता है और नई-नई जानकारियां और तकनीकी पता चलती हैं। कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री मिलिन्द कानस्कर और पुलिस महानिरीक्षक श्री आर.के. गुप्ता भी मौजूद थे। कार्यक्रम में घुडसवारों द्वारा कई करतब दिखाए गए।
कार्यक्रम में सर्वोत्तम नव आरक्षकों के रूप में श्री अमित गोस्वामी तथा श्री शुभम प्रताप सिंह यादव को प्रथम तथा श्री प्रदीप कुमार शुक्ला और श्री दर्शन सिंह को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। इसी तरह प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट रहने पर सर्वश्री महेन्द्र चौधरी, अतुल कुमार, अजय पाल यादव, दर्शनल सिंह, अमर वर्मा, सुदीप सिंह, मनीष सिंह यादव तथा राजकुमार विश्वकर्मा को भी पुरस्कृत किया गया। नव आरक्षकों को निर्धारित पाठ्यक्रमों के अनुसार विभिन्न विषयों- कानून, पुलिस और समाज, पुलिस प्रक्रिया, कम्प्यूटर का सैद्धांतिक तथा व्यवहारिक ज्ञान, यूएसी, फील्ड क्राफ्ट टेक्टिक्स, जंगल प्रशिक्षण, आम जनता से व्यवहार-मानव व्यवहार, तनाव प्रबंधन आदि विधाओं के साथ ही वर्तमान में पुलिस के समक्ष चुनौतियां जैसे आतंकवाद, नक्सलवाद, साम्प्रदायिक तनाव, व्हीआईपी सुरक्षा, आपदा प्रबंधन आदि से निपटने का गहन प्रशिक्षण दिया गया हैं।
नव आरक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न हथियारों जैसे 303 रायफल, इंसास, एलएलआर, एलएमजी, ग्रेनेड, 2 इंच मोर्टार, अश्रुगैस के प्रशिक्षण के साथ ही फायरिंग में दक्ष बनाने के लिए फायरिंग सिम्युलेटर के माध्यम से फायरिंग अभ्यास कराया जाकर फायर कराया गया। संस्था के नव आरक्षकों के बहुमुखी विकास हेतु प्रशिक्षण के साथ-साथ अन्य विधाओं में भी परिपक्व बनाने के उद्देश्य से संस्था में इन नव आरक्षकों को विभिन्न क्लब जैसे सांस्कृतिक क्लब, सामाजिक क्लब, फोटोग्राफी क्लब, कम्प्यूटर क्लब, साहित्यिक क्लब, फिल्म क्लब इत्यादि के माध्यम से सर्वांगीण विकास एवं संवेदनशील बनाने का अनुकरणीय प्रयास किया गया हैं। इनका प्रशिक्षण 17 अप्रैल 2017 से प्रारंभ होकर 04 मई 2018 को समाप्त हुआ। कार्यक्रम के अंत में प्रभारी सेनानी श्री पद्म विलोचन शुक्ल ने आभार माना।