मार्च माह के अन्त तक त्रिवेणी में पाईप से सीधे नर्मदा का पानी छोड़ा जायेगा

0

उज्जैन – ईपत्रकार.कॉम |नर्मदा घाटी विकास योजना के अन्तर्गत 139 करोड़ की लागत से तैयार हो रही उज्जैनी-उज्जैन पाईप लाईन योजना अन्तिम चरण में है। यह योजना मार्च माह के अन्त तक पूरी होने की उम्मीद है। योजना के पूरे होते ही नर्मदा का पानी पाईप लाईन के जरिये उज्जैनी से उज्जैन तक बिना किसी रूकावट के सीधे त्रिवेणी घाट पर छोड़ा जा सकेगा। एनवीडीए के इंजीनियर्स के मुताबिक मात्र 4 से 5 घंटे में पानी उज्जैनी से उज्जैन तक आ सकेगा।

मकर संक्रान्ति पर्व के लिये त्रिवेणी घाट तक नर्मदा का पानी लाने के लिये जहां अभी प्रशासनिक अधिकारी एवं नर्मदा घाटी विकास योजना के इंजीनियर्स लगातार भ्रमण एवं निरीक्षण कर रहे हैं, वहीं पाईप लाईन चालू होते ही न कहीं पानी में रूकावट होगी और न ही पानी चोरी की समस्या रहेगी। यही नहीं मात्र 35 एमसीएफटी पानी में त्रिवेणी, गऊघाट, भूखीमाता एवं रामघाट के स्टापडेम लबालब हो जायेंगे। जब भी आवश्यकता होगी, बिना रूकावट के 1 एमसीएम पानी से स्नान पर्वों की सभी आवश्यकताएं पूरी हो सकेंगी।

देवास बैराज से त्रिवेणी तक का काम पहले पूरा करने के निर्देश
अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं नर्मदा घाटी विकास के उपाध्यक्ष श्री रजनीश वैश्य ने आज इस सम्बन्ध में एनवीडीए के इंजीनियर्स के साथ त्रिवेणी घाट का निरीक्षण किया एवं दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने इंजीनियर्स से कहा है कि देवास बैराज से लेकर त्रिवेणी तक की पाईप लाईन का काम पहली प्राथमिकता में पूर्ण किया जाये।

एनवीडीए के अधीक्षण यंत्री श्री संजय जोशी ने इस सम्बन्ध में बताया कि उज्जैनी से लेकर त्रिवेणी तक की पाईप लाईन की लम्बाई 66 किमी है। इसमें से 47 किमी लम्बाई में पाईप लाईन बिछाई जा चुकी है। शेष 19 किमी पाईप लाईन मार्च तक पूरी कर ली जायेगी। उन्होंने कहा कि 1 क्यूमेक पानी से त्रिवेणी व बाद के स्टापडेम भरे जा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में उज्जैन में जल उपलब्ध कराने हेतु नर्मदा-शिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के माध्यम से शिप्रा के उद्गम स्थल उज्जैनी से शिप्रा नदी में खुले बहाव के माध्यम से पानी पहुंचाया जाता है। खुले बहाव से होने वाले अपव्यय को रोकने हेतु सीधे पाईप लाईन की योजना तैयार की गई है। नर्मदा-शिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के अन्तर्गत 5 क्यूमेक जल उपलब्ध होता है, इसमें से 2.2 क्यूमेक जल उज्जैनी गांव के पास से भूमिगत पाईप लाईन के माध्यम से सीधे त्रिवेणी तक उपलब्ध कराया जायेगा।

Previous article15 जनवरी से बैंक, संस्थाओं एवं ग्राम पंचायतो में पात्रों की सूची का प्रदर्शन प्रारम्भ होगा
Next articleखेलों से तैयार होता है भाईचारे का माहौल: डीआरएम सुनकर