ई-पत्रकार-नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि सिद्धू ने अपराह्न में लगभग 30 मिनट तक कांग्रेस उपाध्यक्ष के साथ बैठक की। सिद्धू की गांधी से यह मुलाकात उन रिपोर्टों के बीच हुई है जिनमें कहा गया था कि जल्द ही वह कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कुछ दिन पहले में सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने कहा था कि उनके पति अमृतसर (पूर्वी) विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
इस तरह की रिपोर्टें हैं कि सिद्धू ने मांग की है कि कांग्रेस की पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत होने पर उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया जाए। हालांकि कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिन्दर सिंह ने कहा था कि पूर्व क्रिकेटर बिना किसी शर्त के पार्टी में शामिल होंगे और उपमुख्यमंत्री बनाए जाने का निर्णय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल उपयुक्त समय पर लेंगे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सिद्धू के पार्टी में शामिल होने पर वह पार्टी के स्टार प्रचारक हो सकते हैं।
कांग्रेस ने सिद्दू को दिया डिप्टी सीएम बनाने का ऑफर
जांलधर। पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिद्दू के करीबी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने सिद्दू को कांग्रेस ने पंजाब चुनाव में जीत मिलने पर सिद्धू को डेप्युटी सीएम बनाने का भी ऑफर दिया है।
मीडिया में ये खबरे पहले से ही चली रही है कि सिद्धू के संगठन आवाज-ए-पंजाब और कांग्रेस के बीच बातचीत चल रही थी। उनके कुछ समर्थकों को भी टिकट का ऑफर दिया गया था। यह भी कहा जा रहा था कि यदि कैप्टन अमरिंदर विधानसभा के लिए चुने जाते हैं तो अमृतसर की लोकसभा सीट खाली हो जाएगी, इस पर सिद्धू को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव भी दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक, अब कांग्रेस ने अपने ऑफर को ‘बड़ा’ करते हुए सिद्धू के सामने डेप्युटी सीएम की पोस्ट की पेशकश कर दी है तो ऐसे में आवाज-ए-पंजाब के सदस्य नए प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने विचार-विमर्श के लिए कांग्रेस से मोहलत मांगी है।
गौरतलब है कि इससे पहले अटकलें थीं कि नवजोत सिंह सिद्धू आम आदमी पार्टी में जाएंगे और उन्हें सीएम कैंडिडेट बनाया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि वे पिछले अगस्त से ही पार्टी के संपर्क में थे, पर आम आदमी पार्टी के एक ही परिवार के दो सदस्यों को टिकट न देने वाला नियम उनके पाटीज़् में आने के आड़े आ रहा था। इस वजह से वह आप में नहीं जा सके। बीजेपी को छोड़कर आए सिद्दू अब आवाज-ए-पंजाब नाम से मोर्चा बनाकर चुनाव की तैयारी में जुटे हैं।