होशंगाबाद – ईपत्रकार.कॉम |जिला पंचायत के सभागार में जुलाई माह में होने वाले वृहद वृक्षारोपण हेतु कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने कहा कि इस वर्ष भी जिले में वृहद वृक्षारोपण किया जाएगा। वृक्षारोपण कार्यक्रम सुनियोजित होना चाहिए इसलिए यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि समूह में पौधे लगाने पर विशेष ध्यान दें। एक या दो पौधे लगाने पर इनके बचे रहने की संभावना कम हो जाती है। इसलिए पौधे लगाते समय ब्लॉक प्लान्टेशन को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम में जिन मनरेगा जॉब कार्ड धारियों के खेतों की मेड़ पर पौधरोपण किया जाना हैं उन हितग्राहियों का चयन शीघ्रता से कर लें। 20 फरवरी तक डीपीआर तैयार कर लें ताकि उनकी स्क्रूटिनी कर फीड किया जा सके। कलेक्टर ने कहा कि पौधरोपण के लिए स्थल का चयन करते समय ध्यान दें कि पौधे उस स्थान पर बचे रहें। सही पौध रक्षकों की नियुक्ति की जाए जिससे पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। पौध रक्षकों को इस कार्य से होने वाले आर्थिक लाभ के बारे में जागरूक करें। सड़क किनारे, सामुदायिक स्थल पर, सार्वजनिक परिसर में अथवा परिसर के चारों तरफ, नहर किनारे पौधरोपण किया जाएगा। आम, इमली, जामुन, महुआ, गुलमोहर, नीबू, अमरूद, सीताफल, आंवला, पीपल आदि पौधे लगाए जाएगें।
कार्यशाला में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पीसी शर्मा ने बताया कि वृक्षा रोपण के लिए नर्सरियों के माध्यम से पौधे तैयार किए जाएंगे। इसके लिए वन विभाग द्वारा वन समितियों के माध्यम से तथा जिला पंचायत द्वारा एनआरएलएम समूहों के माध्यम से नर्सरियां स्थापित की जाएगी। साथ ही उद्यानिकी विभाग द्वारा भी नर्सरियां विकसित की जाएगी। उन्होंने सभी सीईओ जनपद को सामुदायिक वृक्षारोपण की कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कार्यशाला में जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री दीपक राय ने पौधरोपण के लिए गड्ढे तैयार करने, पौधरोपण करने की पद्धति, पौधों की रक्षा आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यशाला में सभी सीईओ जनपद, कृषि, उद्यानिकी एवं वनविभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।