पटना: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि शराबबंदी और बालविवाह बंदी की तरह राज्य में बेरोज़गार बंदी क़ानून लाएं. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार को सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में कोई बेरोज़गार बिना नौकरी का ना रहे. तेजस्वी गुरुवार को पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि अगर नीतीश ये क़ानून नहीं लाएंगे तब राजद इस मुद्दे पर आंदोलन करेगी. हालांकि तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों ज़हरीली शराब मामले के एक आरोपी राकेश सिंह को प्रखंड अध्यक्ष बनाने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उसकी फ़ोटो वायरल होने पर कहा कि राकेश ने ख़ुद माना है कि उन्हें भोजपुर के ज़िलाध्यक्ष ने ख़ुद बुलाया था. इस मामले में या नीतीश कुमार या राज्य अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह झूठ बोल रहे हैं.
तेजस्वी को इस बात पर आपत्ति है कि आख़िर एक ऐसा शख्स जिसके खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी है, वह मुख्यमंत्री के ड्रॉइंग रूम तक कैसे पहुंचा. लेकिन जब उनसे यह पूछा गया कि ख़ुद उनके पिता ने जब बलात्कार के मामले में चार्जशीटेड पार्टी विधायक राजभल्लव यादव से मिले तब उन्होंने क्यों नहीं विरोध जताया. उसपर तेजस्वी यादव का तर्क था कि उन्होंने किसी से कुछ छिपाया तो नहीं. वैसे ही पार्टी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन, जो एक पत्रकार की हत्या में चार्जशीटेड हुए उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसपर उनका कहना था कि ये मामला न्यायालय के विचाराधीन है.
तेजस्वी ने गुरुवार को भी नीतीश कुमार के संबंध में ये भविष्यवाणी की कि जल्द ही रेल मंत्री के उनके कार्यकाल के समय का एक घोटाला जो महाराष्ट्र के औरंगाबाद से संबंधित है, उजागर होगा. इससे पूर्व तेजस्वी ने नीतीश की सरकार गिरने की भविष्यवाणी की थी.
निश्चित रूप से तेजस्वी का प्रयास है कि राज्य सरकार ख़ासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोपों की बौछार कर दबाव बनाए रखें. उन्होंने कहा कि उनका काम विपक्ष के नेता के रूप में सरकार को आइना दिखाना है और वो दिखा रहे हैं.