सरदार पटेल का सपना बीजेपी ने किया पूरा-गृहमंत्री अमित शाह

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लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. सरदार पटेल के सम्मान में देश भर में आज राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है, साथ ही इस अवसर पर अमित शाह ने एकता दौड़ को हरी झंडी भी दिखाई.

गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मेजर ध्यानंद स्टेडियम में बोलते हुए कहा कि देश को एकजुट करने का काम सरदार पटेल ने किया है. भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) ने अनुच्छेद 370 हटाकर देश को एक करने का काम किया है. सरदार पटेल के कुछ सपने अधूरे रह गए थे जिन्हें बीजेपी ने पूरा किया है.

अमित शाह ने कहा कि देश आजाद होने के बाद 550 से ज्यादा रियासतों में देश को बांटने का काम अंग्रेजों ने किया था. पूरा देश और दुनिया मानती थी कि भारत को आजादी तो मिली लेकिन भारत बिखर जाएगा. लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक के बाद रियासत को देश के साथ जोड़ने का काम किया.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की. पूर्व गृहमंत्री सरदार पटेल की जयंती पर राजधानी में रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाने से पहले अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 घाटी में आतंक का गेटवे था जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने खत्म कर दिया.

सरदार पटेल की जयंती के दिन जहां जम्मू कश्मीर और लद्दाख आज से केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं तो वहीं दिल्ली में सरदार पटेल के सम्मान में रन फॉर यूनिटी का आयोजन या गया जिसे गृह मंत्री अमित शाह ने झंडी दिखाई.

सरदार पटेल की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए अमित शाह ने कहा कि भारत का नक्शा खींचने वाले सरदार को इतिहास में उचित सम्मान नहीं मिला, यहां तक कि उनकी विरासत को भुलाने की भी कोशिश की गई. प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में उनके नाम पर दुनिया का सबसे बड़ी मूर्ति बना कर उन्हें सम्मान दिया. इसी मौके पर अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 घाटी में आतंक का गेटवे बन गया था लेकिन प्रधान उसे खत्म करके घाटी में विकास के रास्ते खोल दिए हैं.

कहा कि 70 साल हो गए लेकिन किसी ने अनुच्छेद 370 को छूना भी मुनासिब नहीं समझा. 2019 में देश की जनता ने फिरसे एक बार मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाया और 5 अगस्त को देश की पार्लियामेंट ने 370 और 35A को हटाकर सरदार साहब का अधूरा स्वप्न पूरा करने का काम किया.

देश को मिले 2 केंद्र शासित प्रदेश
दरअसल जम्मू-कश्मीर अब एक केंद्र शासित प्रदेश है. पहले जम्मू-कश्मीर का ही हिस्सा लद्दाख भी था लेकिन अब लद्दाख भी एक अलग केंद्र शासित प्रदेश है. जम्मूू-कश्मीर और लद्दाख आज से केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं. भारत सरकार के द्वारा 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया था. 31 अक्टूबर यानी आज से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो अलग राज्य बन गए हैं. इसी के साथ राज्य में संसद के बने कई कानून लागू हो सकेंगे.

अलग केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद अब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश है. आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है, जिनका जम्मू-कश्मीर को भारत में विभाजन कराने में अहम किरदार रहा है. केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर सहित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित घोषित करने वाला राजपत्र (गैजेट) जारी हो गया है.

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