स्वसहायता समूह पकड़ रहे हैं तरक्की की रफ्तार-श्रीमती मीणा

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श्योपुर – (ईपत्रकार.कॉम) |मप्र डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत श्योपुर क्षेत्र का क्रेडिट लिंकेज कार्यक्रम आजीविका भवन श्योपुर पर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा ने मॉ सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में अतिथियों ने विभिन्न बैंकों के माध्यम से श्योपुर क्षेत्र के 170 समूहों को 777 लाख रूपए की राशि प्रदान की गई।

इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपाल अधिकारी श्री राजेश शुक्ल, अपर कलेक्टर श्री राजेन्द्र राय, सहायक संचालक जनसंपर्क श्री जेपी राठौर, आजीविका मिशन के जिला परियोजना समन्वयक श्री सोहनकृष्ण मुदगल, पंजाब नेशनल बैंक के सीनीयर मेनेजर श्री मुकेश गुर्जर, यूको बैंक प्रेमसर के श्री रोहित कुमार, आईसीआईसीआई बैंक के रीजनल हेड श्री छवी नारायण सिंह, सेंट्रल म.प्र. ग्रामीण बैंक सोईंकला के मेनेजर श्री यशवंत जैन, आजीविका मिशन के अन्य पदाधिकारी सर्वश्री हेमराज, अभिषेक भाले, गिर्राज मीणा, अजय शर्मा, राजेन्द्र एवं राकेश रघुवंशी, श्योपुर क्षेत्र के सभी स्वसहायता समूहों की महिला पदाधिकारी उपस्थित थी।

अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती कविता मीणा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहले महिलाओं को घर की चार दीवारी से बाहर निकलने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। परंतु वर्तमान में महिला सशक्तिकरण के किए गए प्रयासों के अंतर्गत महिलाएं अब पुरूषों की बराबरी में आगे आ रही है। उन्होंने कहा कि श्योपुर जिले में आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वसहायता समूहों का गठन किया जाकर उनको आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए गए हैं। साथ ही महिला अपने पतियों के साथ एक गाड़ी के दो पहिए के समान कार्य करती हुई हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूहों से जो महिलाएं छूट गई है। वे समूह से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आदिकाल से शक्ति के रूप में जानी जाती है। बेटियां भी लक्ष्मी का रूप होती हैं। जिनकों पढ़ाने के लिए सभी समूहों की महिलाएं आगे आएं। साथ ही उनकों पढ़ा-लिखाकर उच्च से उच्च पदों पर पहुंचाने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित समूह बच्चों की ड्रेस और अन्य सामान बनाने में सक्षम बन रहे हैं। चूड़ी, चप्पल का भी कार्य समूहों ने किया है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को ईश्वर ने मनुष्य जीवन दिया है। इसलिए अच्छे कार्य करते हुए स्वसहायता समूह लिए गए बैंक ऋण को समय पर चुकाकर अपना नाम प्रदेश, देश में रोशन करें।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेश शुक्ल ने कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र की सभी बैंकों के माध्यम से स्वसहायता समूहों को भरपूर सहयोग दिया जा रहा है। महिला समूह ईमानदारी से कार्य करते हुए अपने कार्य को अंजाम दे रही है। श्योपुर क्षेत्र के समूहों द्वारा छात्रों के लिए ड्रेस बनाकर प्रदान की जा रही है। जिसका 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। समूहों द्वारा ड्रेस बनाने का गुणवत्तापूर्ण कार्य किया है। मेरी सभी समूहों को शुभकामनाएं है कि, वह राज्य, देश में अपनी पहचान स्थापित करें।

अपर कलेक्टर श्री राजेन्द्र राय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि श्योपुर क्षेत्र में गठित किए गए स्वसहायता समूहों के माध्यम से विभिन्न प्रकार की सामग्री तैयार कर आर्थिक तरक्की की राह पकड़ी है। साथ ही बैंक से लिया गया ऋण चुकाने में मददगार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन समूहों को बैंक से जितनी राशि की आवश्यकता हो उतनी ही राशि प्राप्त की जाकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाते हुए, सफलता पूर्वक प्रगति करें। समूह निर्मित की जाने वाली सामग्री में क्वालिटि का ध्यान रखें। अच्छा कार्य करने से काम और अधिक मिलता है। इसलिए तरक्की की राह की दिशा में कार्य करते हुए अपनी आजीविका के साथ लिए गए ऋण को समय पर चुकाने की कार्यवाही करें।

जिला परियोजना समन्वयक श्री सोहनकृष्ण मुदगल ने कार्यक्रम में स्वसहायता समूहों की प्रगति से अवगत कराते हुए कहा कि सीसीएल कैंप श्योपुर क्षेत्र में सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक बड़ौदा ने 79 समूहों को 362 लाख, पंजाब नेशनल बैंक एवं सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक सलापुरा द्वारा क्रमशः 21-21 समूहों को क्रमशः 105-105 लाख, यूको बैंक प्रेमसर द्वारा 27 समूहों को 135 लाख, सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक सोईंकला ने 12 समूहों को 60 लाख एवं यूकों बैंक ढोढर द्वारा 10 समूहों को 10 लाख रूपए इस प्रकार कुल 170 समूहों को 777 लाख रूपए की राशि स्वीकृत कर वितरित की गई है।

कार्यक्रम में यूको बैंक प्रेमसर के श्री रोहित कुमार, पंजाब नेशनल बैंक के सीनीयर मेनेजर श्री मुकेश गुर्जर ने अपनी-अपनी बैंक द्वारा स्वसहायता समूहों को दी गई राशि की जानकारी दी। साथ ही समूहों को तरक्की की दिशा में शुभकामनांए दी। कार्यक्रम का संचालन पीएफटी श्री देवकीनंदन शर्मा ने किया। अंत में आभार ब्लॉक कॉर्डिनेटर श्री जुगल किशोर सोनी ने सभी के प्रति प्रदर्शित किया।

स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्रियों का किया अवलोकन
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा, अपन कलेक्टर श्री राजेन्द्र राय एवं अन्य अतिथि तथा बैंकर्स द्वारा आजीविका भवन में स्वसहायता समूहों के माध्यम से निर्मित की गई स्कूली छात्रों के गणवेश, ड्रेस बनाने में काज बटन बनाने वाली मशीन और महिलाओं के श्रंगार में उपयोग में आने वाली सामग्री, जूता, चप्पल, चूड़ी आदि निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान परियोजना समन्वयक श्री सोहनकृष्ण मुदगल ने आजीविका मिशन के अंतर्गत समूहों द्वारा निर्मित की जाने वाली सामग्रियों का अवलोकन अतिथियों को काराया।
मप्र डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत श्योपुर क्षेत्र का क्रेडिट लिंकेज कार्यक्रम आजीविका भवन श्योपुर पर आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा ने मॉ सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में अतिथियों ने विभिन्न बैंकों के माध्यम से श्योपुर क्षेत्र के 170 समूहों को 777 लाख रूपए की राशि प्रदान की गई।

इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपाल अधिकारी श्री राजेश शुक्ल, अपर कलेक्टर श्री राजेन्द्र राय, सहायक संचालक जनसंपर्क श्री जेपी राठौर, आजीविका मिशन के जिला परियोजना समन्वयक श्री सोहनकृष्ण मुदगल, पंजाब नेशनल बैंक के सीनीयर मेनेजर श्री मुकेश गुर्जर, यूको बैंक प्रेमसर के श्री रोहित कुमार, आईसीआईसीआई बैंक के रीजनल हेड श्री छवी नारायण सिंह, सेंट्रल म.प्र. ग्रामीण बैंक सोईंकला के मेनेजर श्री यशवंत जैन, आजीविका मिशन के अन्य पदाधिकारी सर्वश्री हेमराज, अभिषेक भाले, गिर्राज मीणा, अजय शर्मा, राजेन्द्र एवं राकेश रघुवंशी, श्योपुर क्षेत्र के सभी स्वसहायता समूहों की महिला पदाधिकारी उपस्थित थी।

अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती कविता मीणा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहले महिलाओं को घर की चार दीवारी से बाहर निकलने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। परंतु वर्तमान में महिला सशक्तिकरण के किए गए प्रयासों के अंतर्गत महिलाएं अब पुरूषों की बराबरी में आगे आ रही है। उन्होंने कहा कि श्योपुर जिले में आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वसहायता समूहों का गठन किया जाकर उनको आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए गए हैं। साथ ही महिला अपने पतियों के साथ एक गाड़ी के दो पहिए के समान कार्य करती हुई हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूहों से जो महिलाएं छूट गई है। वे समूह से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकती है। उन्होंने कहा कि महिलाएं आदिकाल से शक्ति के रूप में जानी जाती है। बेटियां भी लक्ष्मी का रूप होती हैं। जिनकों पढ़ाने के लिए सभी समूहों की महिलाएं आगे आएं। साथ ही उनकों पढ़ा-लिखाकर उच्च से उच्च पदों पर पहुंचाने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित समूह बच्चों की ड्रेस और अन्य सामान बनाने में सक्षम बन रहे हैं। चूड़ी, चप्पल का भी कार्य समूहों ने किया है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को ईश्वर ने मनुष्य जीवन दिया है। इसलिए अच्छे कार्य करते हुए स्वसहायता समूह लिए गए बैंक ऋण को समय पर चुकाकर अपना नाम प्रदेश, देश में रोशन करें।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेश शुक्ल ने कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र की सभी बैंकों के माध्यम से स्वसहायता समूहों को भरपूर सहयोग दिया जा रहा है। महिला समूह ईमानदारी से कार्य करते हुए अपने कार्य को अंजाम दे रही है। श्योपुर क्षेत्र के समूहों द्वारा छात्रों के लिए ड्रेस बनाकर प्रदान की जा रही है। जिसका 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। समूहों द्वारा ड्रेस बनाने का गुणवत्तापूर्ण कार्य किया है। मेरी सभी समूहों को शुभकामनाएं है कि, वह राज्य, देश में अपनी पहचान स्थापित करें।

अपर कलेक्टर श्री राजेन्द्र राय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि श्योपुर क्षेत्र में गठित किए गए स्वसहायता समूहों के माध्यम से विभिन्न प्रकार की सामग्री तैयार कर आर्थिक तरक्की की राह पकड़ी है। साथ ही बैंक से लिया गया ऋण चुकाने में मददगार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन समूहों को बैंक से जितनी राशि की आवश्यकता हो उतनी ही राशि प्राप्त की जाकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाते हुए, सफलता पूर्वक प्रगति करें। समूह निर्मित की जाने वाली सामग्री में क्वालिटि का ध्यान रखें। अच्छा कार्य करने से काम और अधिक मिलता है। इसलिए तरक्की की राह की दिशा में कार्य करते हुए अपनी आजीविका के साथ लिए गए ऋण को समय पर चुकाने की कार्यवाही करें।

जिला परियोजना समन्वयक श्री सोहनकृष्ण मुदगल ने कार्यक्रम में स्वसहायता समूहों की प्रगति से अवगत कराते हुए कहा कि सीसीएल कैंप श्योपुर क्षेत्र में सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक बड़ौदा ने 79 समूहों को 362 लाख, पंजाब नेशनल बैंक एवं सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक सलापुरा द्वारा क्रमशः 21-21 समूहों को क्रमशः 105-105 लाख, यूको बैंक प्रेमसर द्वारा 27 समूहों को 135 लाख, सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक सोईंकला ने 12 समूहों को 60 लाख एवं यूकों बैंक ढोढर द्वारा 10 समूहों को 10 लाख रूपए इस प्रकार कुल 170 समूहों को 777 लाख रूपए की राशि स्वीकृत कर वितरित की गई है।

कार्यक्रम में यूको बैंक प्रेमसर के श्री रोहित कुमार, पंजाब नेशनल बैंक के सीनीयर मेनेजर श्री मुकेश गुर्जर ने अपनी-अपनी बैंक द्वारा स्वसहायता समूहों को दी गई राशि की जानकारी दी। साथ ही समूहों को तरक्की की दिशा में शुभकामनांए दी। कार्यक्रम का संचालन पीएफटी श्री देवकीनंदन शर्मा ने किया। अंत में आभार ब्लॉक कॉर्डिनेटर श्री जुगल किशोर सोनी ने सभी के प्रति प्रदर्शित किया।

स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्रियों का किया अवलोकन
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा, अपन कलेक्टर श्री राजेन्द्र राय एवं अन्य अतिथि तथा बैंकर्स द्वारा आजीविका भवन में स्वसहायता समूहों के माध्यम से निर्मित की गई स्कूली छात्रों के गणवेश, ड्रेस बनाने में काज बटन बनाने वाली मशीन और महिलाओं के श्रंगार में उपयोग में आने वाली सामग्री, जूता, चप्पल, चूड़ी आदि निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान परियोजना समन्वयक श्री सोहनकृष्ण मुदगल ने आजीविका मिशन के अंतर्गत समूहों द्वारा निर्मित की जाने वाली सामग्रियों का अवलोकन अतिथियों को काराया।

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