रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार कहा कि जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर भारतीय सुरक्षा बलों के साथ हुई बर्बरता पाकिस्तानी सेना के सहयोग के बगैर संभव नहीं है।
जेटली ने यहां मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देने के दौरान इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि पाकिस्तान के इस संबंध में आ रहे खंडन की कोई विश्वसनीयता नहीं है। जिस तरह से घटनाक्रम हुआ है उससे यह साफ हो गया है कि पहले भारतीय सुरक्षा बल के जवानों को मारा गया और फिर उनके साथ बर्बरता की गई।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना के सहयोग के बगैर यह संभव ही नहीं है। इसलिए पाकिस्तान इसका जितना खंडन कर लें लेकिन उसमें कोई विश्वसनीयता नहीं है। उन से पूछा गया था कि इस मामले में पाकिस्तान के उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया था और सबूत दिए गए हैं लेेकिन पाकिस्तान ने इसमें उसकी सेना के शामिल होने का खंडन किया है।