जिले में महिलाओ के प्रति सकारात्मक वातावरण निर्मित करने एवं पुलिस के प्रति महिलाओ में विश्वास जगाने हेतु पुलिस विभाग में महिलाओ की पर्याप्त संख्या में नियुक्ति होना आवश्यक है। इसी उद्देश्य से प्रदेश शासन ने पुलिस भर्ती प्रक्रियाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है।
जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी सुश्री दिव्या गुप्ता ने बताया कि महिलाओ को सही मार्गदर्शन व प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए जन जागरूकता फैलाई जाएगी ताकि चयन परीक्षा में पर्याप्त संख्या में महिलाएं चयनित हो सके। इससे महिलाओ को पर्याप्त रोजगार के अवसर मिलेंगे साथ ही पुलिस विभाग में महिलाओ के प्रति संवेदनशीलता का वातावरण तैयार होगा।
उन्होने बताया कि अभियान सशक्त वाहिनी के माध्यम से पुलिस भर्ती में कक्षा 12 वीं उर्त्तीण इच्छुक बालिका जिसकी लंबाई 158 सेंटीमीटर या इससे अधिक हो, आयु 18 से 28 वर्ष तथा अनारक्षित वर्ग की आयु में 5 वर्ष की छूट होने के कारण 30 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओ का चयन किया जा सकेगा।
इस हेतु अभ्यार्थियों को लिखित परीक्षा की तैयारी, शारीरिक प्रवीणता हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति की गठित की जाएगी। जिसमें पुलिस, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा तथा जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी की एक समिति रहेगी जो प्रशिक्षक व प्रशिक्षणार्थियों के चयन प्रक्रिया पर निगरानी रखेंगे। इच्छुक जरूरतमंद युवतियों में से 30-40 का चयन कर बैच बनाया जाएगा। चयनित हितग्राहियों को आनलाइन परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। इस हेतु अक्टूबर माह तक प्रतिदिन दो घंटे की कक्षाओं का संचालन कराया जाएगा। पुलिस आरक्षक परीक्षा हेतु तैयारी कराने के लिए मानसेवी शिक्षकों का चयन किया जाएगा। प्रशिक्षण का संचालन उत्कृष्ट विद्यालय, उत्कृष्ट छात्रावास या अन्य सुविधा युक्त संस्थाओं में किया जायेगा।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी नोडल अधिकारी के रूप में कलेक्टर के निर्देशन में कार्य करेंगे। जिला मुख्यालय में पहला बैच शुरू करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।