म.प्र. और उ.प्र. के प्रशासनिक अधिकारियो के समन्वय से होगी सुचारू व्यवस्थायें

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सतना- (ईपत्रकार.कॉम) |सतना जिले के चित्रकूट मे 19 अक्टूबर को पडने वाली दीपावली के अवसर पर लगने वाले पॉच दिवसीय मेले मे उत्तरप्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियो के साथ समन्वय और सतत् संवाद रखते हुये मेले के दौरान एकत्रित होने वाली भीड को नियत्रिंत करने और सुचारू मेला संचालन तथा श्रद्धालुओ की सुविधा के लिये चाक चौबंद व्यवस्थाए सुनिश्चित की जायेगी। जिला मजिस्ट्रेट चित्रकूट कर्बी शिवाकांत द्विवेदी और सतना कलेक्टर मुकेश कुमार शुक्ला की अध्यक्षता मे बुधवार को उ.प्र. के चित्रकूट कर्बी कलेक्ट्रेट सभागार मे सम्पन्न सतना और उ.प्र. के चित्रकूट कर्बी के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियो की संयुक्त अंतर्राज्यीय बैठक मे इस आशय के निर्णय लिये गयें। इस मौके पर चित्रकूट कर्बी उ.प्र. के पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेन्द्र, पुलिस अधीक्षक सतना राजेश हिंगणकर, अपर पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी, सदर एस.डी.एम. चित्रकूट नरेन्द्र बहादुर सिंह, कामतानाथ प्रमुख द्वारा के संत मदन गोपालदास, एस.डी.एम. मझगवां ए.पी.द्विवेदी, तहसीलदार जीतेन्द्र वर्मा, नगर परिषद चित्रकूट के सी.एम.ओ. ओमपाल सिंह, अधीक्षण यंत्री विद्युत व्ही.के.जैन, सी.एम.एच.ओ. डॉ. डी.एन.गौतम, डिस्ट्रिक्ट कमांडेट होमगार्ड विनय कैथवास, एस.डी.ओ.पी. आलोक शर्मा, प्रशासनिक अधिकारी नगर पालिका चित्रकूट उ.प्र., सी.ओ. पुलिस भी उपस्थित थे।

दीपावली मेले के संबंध मे कलेक्टर मुकेश कुमार शुक्ला और डी.एम. शिवाकांत द्विवेदी ने अपने-अपने जिले के क्षेत्र मे इस अवसर पर की जाने वाली व्यवस्थाओ और कार्यवाहियो की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियो को दी। उन्होने कहा कि चित्रकूट के दीपावली मेले मे प्रतिवर्ष की तरह 30 से 40 लाख श्रद्धालुओ के पहुंचने की संभावना है। चित्रकूट में देशभर से आकर लाखो की संख्या मे श्रद्धालु मंदाकिनी नदी मे दीपदान करने के साथ कामदगिरी की परिक्रमा भी लगाते है। अधिकारियो को जो जिम्मेदारी दी गई है उसे पूरी कुशलता और गंभीरता के साथ समर्पण की भावना से निभाये। सी.एम.ओ. नगर पंचायत चित्रकूट ने सतना जिले के क्षेत्र में की गई मेला व्यवस्थाओ के बारे मे बताया कि मेला परिसर मे पॉच पार्किग चिन्हित है तथा प्रकाश की वैकल्पिक व्यवस्था के लिये दो स्थाई जनरेटर भी स्थापित किये गये है। पार्किग स्थल और यथा स्थन पर अस्थाई शौचालय भी बनाये जायेगें। मेला परिसर में 15 से 20 कार्यपालिक मजिस्ट्रेट और एक हजार पुलिसकर्मी तैनात रहेगें। नियंत्रण कक्ष में सभी संबंधित विभागो से कर्मचारियो की ड्यूटी लगाई जायेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.एन.गौतम ने बताया कि मेले के दौरान चित्रकूट मे 11 मेडीकल टीम तैनात रहेगी जिसमे विशेषज्ञ चिकित्सको का दल और 5 एम्बूलेंस शामिल है। जानकीकुण्ड अस्पताल को बेस हास्पीटल बनाकर 20 बेडो का कक्ष आकस्मिक चिकित्सा के लिये आरक्षित किया गया है। मंदाकिनी नदी के घाट मे दो मोटरवोट की नांव सहित गोताखोर और होमगार्ड सैनिको के बचाव दल भी तैनात रहेगें। जिला अधिकारी चित्रकूट शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि चित्रकूट क्षेत्र मे प्लास्टिक के दिये और थैलियां प्रतिबंधित रहेगी तथा दीपदान के दौरान नदी मे फैलने वाले दिये के कचरे को तत्काल निकालने और उसके प्रबंधन की व्यवस्था की जाये। कलेक्टर मुकेश शुक्ला ने कहा कि पूरे मेला क्षेत्र मे सूचनाओ के प्रसारण के लिये 240 हार्न लगाये जायेगें। एस.डी.एम. व्यापारियो और दुकानदारो की बैठक लेकर सुनिश्चित करेगें कि दुकानो मे किसी भी प्रकार की माईकिंग नही जाये। उत्तरप्रदेश कर्बी चित्रकूट जिले के सदर एस.डी.एम. नरेन्द्र बहादुर सिंह ने उ.प्र. के चित्रकूट क्षेत्र में की जाने वाली मेला संबंधी व्यवस्थाओ की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होने कहा कि मंदिर और मठो के साधु संतो के साथ बैठककर फूल माला दीपक जटा अगरबत्ती से होने वाले कचरो के निस्पादन और साफ सफाई के लिये सहमति बनाई जायेगी।

परिक्रमा पथ और मेले की साफ-सफाई की सतत् व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने बताया कि 17 अक्टूबर धनतेरस से चित्रकूट मेले मे श्रद्धालुओ की भीड जुटनी शुरू होगी और दीपदान तथा परिक्रमा के लिय 18 अक्टूबर की रात मे श्रद्धालुओ की संख्या चरम सीमा पर रहेगी। दोनो जिले के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी प्रतिपल एक दूसरे के सम्पर्क मे रहकर सूचनाओ का आदान प्रदान करेगें। उन्होने कहा कि एक बार मेला प्रारंभ होने से पूर्व दोनो जिलो के पुलिस और व्यवस्था से जुडे प्रशासनिक अधिकारी परिक्रमा स्थल और मेला स्थल का संयुक्त भ्रमण कर व्यवस्थाओ को परख ले।

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