संकल्प से सिद्धि के साथ आगे बढ़े- फलदार वृक्ष लगाये, दुग्ध उत्पादन को बढ़ाकर आत्मनिर्भर बने। यह बात क्षैत्रिय सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने गुरूवार को कृषि विज्ञान केंद्र नीमच में संकल्प से सिद्धी कार्यक्रम तहत आयोजित ‘‘न्यू इण्डिया मंथन‘‘ कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कही। सांसद श्री गुप्ता ने उपस्थितजनों को ‘‘संकल्प से सिद्धी‘‘ का वाचन कर, संकल्प दिलाया और किसानों से संकल्प पत्र भी भरवाये। कार्यक्रम की अध्यक्षता नीमच विधायक श्री दिलीपसिंह परिहार ने की। इस मौके पर मनासा विधायक श्री कैलाश चावला, जावद विधायक श्री ओमप्रकाश सकलेचा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अवंतिका जाट, नीमच न.पा.अध्यक्ष श्री राकेश जैन एवं प्रमण्डल सदस्य श्री भगवान सिंह शक्तावत भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी के संदेश के वीडियों एवं फिल्म शो का एल.ई.डी पर प्रसारण भी किया गया। सांसद श्री गुप्ता ने उपस्थितजनों को ‘‘संकल्प से सिद्धी‘‘ की शपथ दिलाई। इस मौके पर सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने कहा कि किसान भाई भण्डारण क्षमता बढ़ाये। भण्डारण की उचित व्यवस्था करेंगे तो उन्हे उनकी उपज का अच्छा दाम मिल सकेगा।
विधायक श्री कैलाश चावला ने कहा कि पूरे देश में संकल्प से सिद्धी कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। हम सभी सबका साथ सबका विकास के लिए संकल्पित हो। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को बगैर ब्याज के कृषि ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश को 5 बार कृषि कर्मण्य पुरस्कार मिला है। उन्होने कहा कि परम्परागत खेती के अलावा किसान भाई फल, सब्जियों की खेती कर, मधुमक्खी पालन कर, अपनी आमदनी बढ़ा सकते है। विधायक श्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा कि खेती में नवीन तकनीक का श्रृंखलाबद्ध उपयोग कर, कृषि आय को दो गुना कर सकते है। किसान अपनी फसलों का बीमा अवश्य करायें। उन्होने कहा कि किसान भाई यदि संकल्प कर लें, तो दो वर्ष में कृषि से आय दो गुनी की जा सकती है।
नीमच क्षेत्र के विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि जिले के लिए कृषि विज्ञान केंद्र एक बड़ी उपलब्धी है। मुख्यमंत्री जी ने खेती को लाभ का धंधा बनाने का काम किया है। उन्होने कहा कि नीमच क्षेत्र में चार पांच बड़े डेम बनाये हैं इससे जल स्तर बढ़ा है। विधायक ने कहा कि विद्युत क्षेत्र में प्रदेश आत्मनिर्भर हैं। किसानों को खाद, बीज, बिजली, सड़क की बेहतर सुविधाएं मिल रही है। उन्होने किसानों का आव्हान किया कि वे परम्परागत फसलों के साथ ही औषधीय फसलों का भी उत्पादन करें। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अवंतिका मेहरसिंह जाट ने भी सम्बोधित किया। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ.सीपी पचौरी ने संकल्प से सिद्धी कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दो गुना करने के संबंध में लहसून, चना, गेहूं की उन्नत खेती, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, एकीकृत फसल प्रणाली, खेती की लागत कम करने, प्रति हैक्टेयर उत्पादन में वृद्धि करने, कृषि क्षेत्र विस्तार, कृषि विविधिकरण, फसल कटाई उपरान्त हानि कम करने, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन एवं ई मार्केटिंग के बारे में विस्तार से अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन कृषि वैज्ञानिक डॉ.पी.एस. नरूका ने किया तथा अन्त में कृषि वैज्ञानिक डॉ. श्यामसिंह सारंगदेवोत ने आभार व्यक्त किया।
प्रारंभ में अतिथियों ने सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर श्री संतोष चौपड़ा, श्री आदित्य मालू, जनप्रतिनिधि, कृषि वैज्ञानिक अधिकारी-कर्मचारी, कृषक मित्र, पत्रकारगण, मीडियाकर्मी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र से आये किसान भाई उपस्थित थे।