आज समाज को सच्चे और अच्छे इंसानों की जरूरत है-कमिश्नर

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शहडोल – (ईपत्रकार.कॉम) |कमिश्नर शहडोल संभाग श्री बी.एम.शर्मा ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं, उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने जो विचार दिये विश्व के किसी भी विद्वान ने उनके विचारों का विरोध नहीं किया। उन्होने कहा कि महात्मा गांधी के सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, अस्तेय, ब्रम्हचर्य और स्वच्छता के विचारों ने विश्व को एक नई दिशा दी है। आज संसार को महात्मा गांधी के विचारों को अंगीकार कर इन्हें आत्मसात करने की आवश्यकता है। कमिश्नर ने कहा कि आज हम शिक्षित हो गये हैं, धनवान हो गये हैं किंतु अच्छे नागरिक नहीं बन सके हैं। उन्होने कहा कि हम चाहे जितने ही शिक्षित हो जायें, चाहे जितने भी धनवान बन जायें किंतु अच्छे नागरिक नहीं है तो समाज और देश के विकास में हमारी भूमिका नगण्य है। उन्होने कहा कि आज समाज को अच्छे इंसानों की जरूरत है।

उन्होने कहा कि एक मजदूर ईमानदारी से मजदूरी कर देश के विकास में अति महत्वपूर्ण योगदान करता है वहीं एक भ्रष्ट कलेक्टर, कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक देश का विकाश अवरूद्ध करता है। उन्होने कहा है कि व्यक्ति चाहे जितने भी उच्च पदों पर आसीन हो, धनवान हो अगर वह अपने कार्य के प्रति निष्ठावान, ईमानदार और कर्त्तव्यनिष्ठ नही है तो समाज और देश के लिये उसकी उपयोगिता नगण्य है, कमिश्नर ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होने कहा कि ईश्वर सर्वव्यापक है, निर्गुण है, निराकार है, ईश्वर अलौकिक शक्ति है, राम, गणेश, शंकर, कुरान जिनकी हम पूजा करते हैं ये भी अलौकिक शक्तियां हैं। इन अलौकिक शक्तियों ने मानव कल्याण के लिये काम किया, उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी ईश्वर के स्वरूप हैं। शहडोल जिले की ग्राम पंचायत ढोलकू में जमुना नदी के किनारे समाज सेवी श्री दिनेश शर्मा के सौजन्य से बनाया गया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मंदिर लोगों को सदियों तक कर्त्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और कार्य के प्रति समर्पित होकर कार्य करने के लिये प्रेरित करता रहेगा। उन्होने कहा कि गांव में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मंदिर बनाना ही बड़ी बात नहीं है, बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को अंगीकार कर गांव के विकास को उन्नति और प्रगति की ओर उन्मुख करना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति गांव वालों की सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कमिश्नर ने कहा कि शहडोल संभाग का हर गांव नशा मुक्त होना चाहिए, लोगों को शराब, तम्बाखू, गांजा जैसे दुर्व्यसनों को छोड़कर अपनी ऊर्जा का उपयोग गांव की उन्नति, प्रगति में करना चाहिए। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री बी.एम.शर्मा आज बुढ़ार विकास खण्ड के ग्राम पंचायत ढोलकू में गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। कमिश्नर ने कहा कि प्रकृति ने ऐसी व्यवस्था की है कि कहीं भी लंबे समय तक बाहुबलियों का राज नहीं होता, बाहुबल के बल पर राज नहीं किया जा सकता, गांधी जी ने सत्यमेव जयते के सिद्धांत पर काम किया, कालांतर में नेलशन मंडेला ने भी इसे अंगीकार किया।

उन्होने कहा कि अंहिसा के लिये सत्य जरूरी है। उन्होने कहा कि सत्य का मार्ग तब प्रशस्त होगा जब आपके पास ईमानदारी है, सच्चाई है और सद्मार्ग है। उन्होने कहा कि सशक्त बनने के लिये गांधी के अन्य विचारों को भी हमें अंगीकार करना होगा, कमिश्नर ने कहा कि सत्य मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति कभी परास्त नहीं होता। कमिश्नर ने कहा है कि हम जहां हैं, जो भी कार्य कर रहे हैं अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी और निष्ठापूर्वक करें। उन्होने कहा कि सारी मुश्किलों की जड़ यही है कि सारे लोग यह चाहते हैं कि सारे संसार की सम्पत्ति उनके पास हों, इसलिये हम खुद भी बेचैन हैं और दूसरों को भी बेचैन किये हुये हैं। उन्होने कहा कि आज हम गांधी की परंपरा को समाप्त कर रहे हैं, स्वच्छता, ब्रम्हचर्य आदि का आज कोई अर्थ नहीं रह गया है। हमारी शिक्षा ही हमें मनुष्य बनाती है, उन्होने कहा कि हमें आज बेहोश होकर गिरे हुये जानवरों को जगाने की आवश्यकता है। कमिश्नर ने ग्राम पंचायत ढोलकू में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मंदिर बनाये जाने पर ग्रामीणों को शुभकामनायें प्रेषित की। समारोह को संबोधित करते हुये विधायक जयसिंहनगर श्री जयसिंह मरावी ने कहा कि गांवों में आज भी नशे प्रवृत्ति है, नशामुक्ति के लिये लोगों को प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि सभी लोगों को संकल्प लेना चाहिए कि वे गांधीजी के विचारों को अंगीकार करते हुये गांवों को स्वच्छ एवं सुंदर बनायें, गांवों में पेड़ लगायें, पानी रोकें तथा नशे जैसे दुर्व्यसनों को त्यागकर गांव में विकास और समृद्धि की गंगा बहायें। समारोह को संबोधित करते हुये कुलपति शंभूनाथ विश्वविद्यालय डॉ.मुकेश तिवारी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सम्पूर्ण दर्शन त्याग और ईमानदारी पर केन्द्रित हैं। उन्होने कहा कि उपभोक्तावादी संस्कृति के कारण हमने त्याग, अहिंसा, अपरिग्रह, अस्तेय जैसे विचारों का परित्याग कर दिया है, उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं हमें उनके विचारों को अंगीकार करने की आवश्यकता है।

समारोह को संबोधित करते हुये पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री दिनेश शर्मा ने कहा कि गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं, देश में अन्ना हजारे जैसे देशभक्त राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होने कहा कि यह विषय काफी चिंता जनक है कि आज गांधी को जानने के लिये समुचित साहित्य नहीं मिल रहा है, उन्होने कहा कि युवा पीढ़ी तक इस महामानव के जीवन का संदेश पहुँचना चाहिए। उन्होने कहा कि सारी दुनिया गांधीवाद के समक्ष नतमस्तक है एवं उनके विचारों का लोहा मानती है, उन्होने कहा कि मार्क्सवाद और लेनिनवाद आज हासिये पर चले गये हैं, किंतु राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार आज सारे विश्व के लिये प्रासंगिक हैं। हमें गांधी जी के विचारों को आत्मसात करना चाहिए। समारोह को संबोधित करते हुये डॉ.भरतशरण सिंह ने कहा कि हमारे भारत वर्ष की संस्कृति उद्दात संस्कृति है इसमें भाईचारा, बंधुता का समावेश है। उन्होने कहा कि हमारी इस संस्कृति को और अधिक परिपक्व बनाने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि समाज में स्वच्छता और सामाजिक सौहार्द आना चाहिए तभी हमारा देश तेजी से उन्नति की ओर अग्रसर होगा। इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया गया। समारोह के पूर्व कमिश्नर शहडोल संभाग श्री बी.एम.शर्मा, विधायक जैतपुर श्री जयसिंह मरावी, कुलपति शंभूनाथ विश्वविद्यालय डॉ. मुकेश तिवारी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की गई। समारोह में अध्यक्ष जनपद पंचायत बुढ़ार श्री लल्लन सिंह एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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