होशंगाबाद – (ईपत्रकार.कॉम) |उपचार एवं सही मार्गदर्शन के अभाव में कोई भी हाईरिस्क मदर असमय ही काल कवलित न हो। महिला एवं बाल विकास विभाग ऐसी महिलाओं को उचित खान पान की एवं स्वास्थ्य विभाग उसे अवश्य दवाई उपलब्ध कराएं। ऐसी हाईरिस्क मदर का स्वास्थ्य परीक्षण नियमित रूप से गांव में हो। उक्त निर्देश नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव ने स्वास्थ विभाग, महिला बाल विकास विभाग की संभागीय बैठक में दिये। कमिश्नर बुधवार को जिला महिला सशक्तिकरण, जिला आयुष विभाग, जिला खाद्य एवं औषधि विभाग की प्रगति की संभागीय समीक्षा बैठक ली। श्री उमराव ने बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.के.कटेलिया को निर्देश दिये कि वे हाईरिस्क मदर के लिये एक कॉल सेन्टर स्थापित करें और कॉलसेन्टर के माध्यम से हाईरिस्क मदर व गर्भवती माताओं की जानकारी लेते रहे एवं उन्हें स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाये। इस कार्य में अटल बाल पालकों से भी सहयोग लेने के निर्देश कमिश्नर ने दिये। बैठक में कमिश्नर ने स्वास्थ्य विभाग व महिला बाल विकास के द्वारा संयुक्त शिविर लगाने के भी निर्देश दिये। कमिश्नर ने सभी सी.डी.पी.ओ. एवं बी.एम.ओ. को वाट्सऐप के द्वारा हाईरिस्क मदर ग्रुप से जोड़ने के निर्देश दिये। उन्होने बैठक में अधिकारियों को सुझाव दिए कि वे सम्पन्न महिलाओं को भी प्रेरित करे कि वे आंगनबाड़ी से मिलने वाले पौष्टिक आहार को स्वेच्छा से जरूरतमंद हाईरिस्क मदर को देवें। कमिश्नर ने बताया कि अटल बाल पालक, डॉक्टर, सी.डी.पी.ओ. को प्रेरित किया जायेगा कि वे हाईरिस्क मदर को गोद लेवें। यदि वे हाईरिस्क मदर को स्वस्थ महिला की श्रेणी में ले आते है तो उन सबको सम्मानित भी किया जायेगा। कमिश्नर ने मुख्यमंत्री बाल ह्मदय उपचार योजना में इलाज से शेष रह गए सभी बच्चों के हृदय का आपरेशन नवम्बर माह तक करा देने के निर्देश दिये। बैठक में उन्होनें टीकाकरण, मलेरिया नियंत्रण, संस्थागत प्रसव, जननी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण आपरेशन, आरंभ योजना, कैंसर पीड़ितों का उपचार, बाल श्रवण योजना, की प्रगति की समीक्षा की।
कमिश्नर ने संस्थागत प्रसव में कमी आने पर नाराजगी प्रकट की तथा सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि जननी सुरक्षा योजना के सभी प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता से किया जाये।
बैठक में कमिश्नर ने महिला बाल विकास विभाग के आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र, दर्ज गर्भवती महिलाएं एवं हाईरिस्क मदर के संबंध में निर्देश दिये।
कमिश्नर ने हाईरिस्क मदर के वजन में कमत्तरी आने पर बैतूल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी को स्पष्टीकरण नोटिस देने के निर्देश दिये। बैठक में महिला सशक्तिकरण विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि लाड़ली लक्ष्मी योजना वर्ष 2016-17 के प्रमाण पत्र वितरित किये जा चुके है तथा वर्ष 2017-18 के प्रमाण पत्र कुछ शेष है उन्हे भी शीघ्र ही वितरित कर दिया जोयगा। लाड़ली लक्ष्मी योजना में छात्रवृत्ति वितरण का कार्य भी प्रारंभ हो गया है। कमिश्नर ने महिला सशक्तिकरण विभाग की उपसंचालक को निर्देशित किया कि अक्टूबर माह के अंत तक छात्रवृत्ति के सभी प्रकरणों का निराकरण कर दिया जाये साथ ही कोई भी प्रकरण शेष न रहे।
कमिश्नर श्री उमराव ने आयुष विभाग हरदा व होशंगाबाद में किये गये पंचकर्म से रोगियों के लाभान्वित होन पर प्रसन्नता व्यक्त की साथ ही उन्होने आयुष अधिकारियों द्वारा होशंगाबाद के 78 एवं बैतूल के 106 गांवों में मलेरिया की दवा के वितरण करने की सराहना की। बताया गया कि होशंगाबाद में 33 शिविर लगाएं गये इन शिविरों में 3675 मरीजों को लाभान्वित किया गया, हरदा में 12 शिविर से 838 मरीजों को एवं बैतूल में 36 शिविरों के माध्यम से 1856 मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हे लाभान्वित किया गया। कमिश्नर ने इस वर्ष नर्मदापुरम संभाग में मलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण पर संतोष व्यक्त किया। उन्होने आयुष अस्पतालों में शुगर के रोगियों के प्रभावी उपचार करने और उनकी बेहतरीन काउंसलिंग करने के भी निर्देश दिये।
कमिश्नर ने जिला खाद्य एवं औषधी विभाग के सभी इंस्पेक्टर को पुन: एक बार खाद्य पदार्थों में मिलावट की सशक्त जांच करने के निर्देश दिए साथ ही कहा कि दूध में होने वाली मिलावट के लिए विशेष अभियान चलाया जाये और इसमें प्रकरण बनाने के निर्देश दिए और इसका पर्याप्त प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कास्मेटिक, एंटी बायोटिक के सैम्पल लिए जाए और यदि यह मानक स्तर से कम पाए जाए तो संबंधित दुकानदार का लायसेंस निरस्त करने की कार्यवाही की जाए। कमिश्नर ने मिठाईयों, चोकलेट, बेशन के आईटम का सैम्पल लेने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने आगामी 2 माहों में और भी सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए। बताया गया कि हरदा में 21 प्रकरणों में 3 लाख 80 हजार रूपये का अर्थदण्ड दुकानदारों पर लगाया गया है। कमिश्नर ने संवेदनशील स्थल मेला, घाट, पर्यटन स्थलों, स्टेशनों पर पानी, दवाओं, खाद्य सामग्री जो मिलती है उसका सैम्पल लेने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त कमिश्नर श्री आर.के. मिश्रा, उपायुक्त राजस्व श्री संतोष वर्मा, संयुक्त उपायुक्त राजेन्द्र सिंह, मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.के. कटेलिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय त्रिपाठी सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे।