सहकारिता, भोपाल गैस त्रासदी राहत तथा पुर्नवास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग ने रायसेन जिले के नर्मदा तटीय ग्राम धोखेड़ा, गुरारिया, डूमर तथा घाट पिपरिया सहित कई गाँवों का भ्रमण कर ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को इस क्षेत्र में यात्रा प्रवेश करने के पहले सम्पूर्ण व्यवस्थाएँ करने के निर्देश दिए। भ्रमण के दौरान उदयपुरा विधायक श्री रामकिशन पटेल और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री शिवाजी पटेल भी साथ थे।
राज्य मंत्री श्री सारंग ने ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा के संबंध में हुई बैठक में अब तक किए गए कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने नर्मदा तटीय गाँवों को निर्धारित समय-सीमा के पहले ओडीएफ करने के निर्देश दिए। उन्होंने नर्मदा यात्रा के पथ पर पड़ने वाले घाटों पर समुचित प्रबंध करने को भी कहा। इसके साथ ही नर्मदा तट के एक किलोमीटर तक शासकीय एवं निजी भूमि में फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण करने, जैविक खेती को बढ़ावा देने तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने को भी कहा।
श्री सारंग ने कहा कि ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा नदी संरक्षण का दुनिया का अनूठा और सबसे बड़ा अभियान है। उन्होंने कहा कि नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवन-दायिनी नदी है और हमारी उन्नति का प्रमुख आधार है। श्री सारंग ने कहा कि नर्मदा के जल की प्रचुरता एवं शुद्धता बनाए रखने के लिए नर्मदा नदी के दोनों ओर वृक्षारोपण करना होगा और दूषित जल को नर्मदा में जाने से रोकना होगा। उन्होंने कहा कि इस पवित्र अभियान में समाज के सभी वर्गो की भागीदारी जरूरी है।