आदिवासी बच्चे खूब पढ़े और आगे बढ़े – मंत्री श्री लाल सिंह आर्य

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शहडोल – ईपत्रकार.कॉम |मध्य प्रदेश के जनजाति कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने कहा है कि आदिवासी छात्र खूब पढ़े और आगे बढ़े। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार आदिवासियों के साथ है, मध्यप्रदेश सरकार आदिवासियों के संर्वांगीण विकास के लिये प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। जनजाति कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री ने कहा कि आदिवासी छात्र छात्राओं की शिक्षा के लिए मध्यप्रदेश सरकार हर संभव सहायता मुहैया करायेगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में आदिवासी छात्र-छात्राओं की शिक्षा के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के लिए सभी संभागीय मुख्यालय में ज्ञानोदय विद्यालय खोले जाएंगे उन्होंने कहा कि इसी प्रकार गुरूकुलम विद्यालयों का निर्माण भी सभी संभाग मुख्यालयों में किया जा रहा है।

जनजाति कार्य एवं अनुसूचित कल्याण विभाग के मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने कहा कि छात्रावास में अध्ययन कर रहे अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के छात्र छात्राओं को हर माह पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा तथा प्रतिभावान अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के 50-50 छात्र-छात्राओं को विदेशों में अध्ययन के लिए भेजा जाएगा। उन्होने कहा कि विदेश में अध्ययन के लिये भेजे गये आदिवासी एवं अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के छात्र-छात्राओं का खर्च मध्यप्रदेश सरकार उठायेगी। प्रदेश के जनजाति कार्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य आज संभागीय मुख्यालय शहडोल के बाणगंगा मेला मैदान में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री जयसिंह मरावी, अध्यक्ष बैगा विकास प्राधिकरण श्री रामलाल बैगा, विधायक जयसिंहनगर श्रीमती प्रमिला सिंह, पूर्व सांसद श्री बुद्धसेन पटेल, अध्यक्ष नगर पालिका श्रीमती उर्मिला कटारे, कलेक्टर श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव एवं बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे। जनजाति कार्य मंत्री श्री लाल सिंह आर्य ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार आदिवासियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में लगभग 2 लाख 30 हजार आदिवासी परिवरों को वनाधिकार पट्टों का वितरण किया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में वर्ष 2022 तक सभी अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लोगों को पक्के मकान मुहैया कराये जायेंगें। उन्होंने कहा कि शहडोल में आदिवासियों समाज के लोगों के लिए सांस्कृतिक केंद्र बनेगा जिसमें आदिवासियों की आदिम संस्कृति, रीति रिवाजों को संरक्षित करने के प्रयास किए जाएंगे तथा आदिवासी संस्कृति और रीति-रिवाजों का संवर्धन किया जाएगा। आदिवासी सम्मेलन को समारोह को संबोधित करते अध्यक्ष बैगा विकास प्राधिकरण श्री रामलाल बैगा ने आदिवासी समाज के लोगों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि हमें गर्व है कि मध्यप्रदेश सरकार की पहल पर आज प्रदेश के 20 जिलों में विश्व आदिवासी दिवस समारोह पूर्वक मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि प्राचीन काल से आदिवासी अपनी सभ्यता और संस्कृति को संजोये हुये हैं। मध्यप्रदेश सरकार आदिवासियों की संस्कृति को आक्षुण्य बनाये रखने के प्रयास कर रही है। उन्होने आदिवासी समाज के लोगों से कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत और हमारे संस्कारों की क्षति नहीं होनी चाहिए, इस दिशा में सभी आदिवासी भाईयों को प्रयास करना चाहिए। समारोह को संबोधित करते हुये पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री जयसिंह मरावी ने कहा कि आदिवासियों की संस्कृति और उनके संस्कार एवं रीति-रिवाज ही उनकी पहचान हैं। उन्होने कहा कि आदिवासी संस्कृति विश्व की प्राचीनतम संस्कृति है। इस धरोहर को संरक्षित करने के प्रयास होने चाहिए। उन्होने कहा कि आदिवासी समाज के लोग आज शिक्षा की ओर अग्रसर हो रहे हैं उनमें शिक्षा के प्रति जागरूकता आई है, मगर इसमें और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार आदिवासियों के कल्याण के लिये निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होने कहा कि आज मध्यप्रदेश के जनजातीय बहुल क्षेत्रों में अच्छी सड़के हैं, अच्छे स्कूल हैं, अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं हैं और अच्छे सिंचाई के साधन हैं। उन्होने संबल योजना की चर्चा करते हुये कहा कि संबल योजना से अधिसंख्य आदिवासी परिवारों को सीधा लाभ हो रहा है।

आदिवासी सम्मेलन को संबोधित करते हुये विधायक जयसिंहनगर श्रीमती प्रमिला सिंह ने कहा कि आदिवासी समाज आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक विकास की प्रति संतोषजनक नहीं हुई है। मध्यप्रदेश सरकार अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के कल्याण के लिये निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के युवाओं के लिये अच्छी शैक्षणिक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है, युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है, आदिवासी किसानों को योजनाओं के माध्यम से विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है जिससे आदिवासी समाज निंरतर प्रगति की ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होने कहा कि आदिवासी समाज के लिये अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है इसके लिये मध्यप्रदेश सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होने आदिवासी समाज के लोगों से अपील करते हुये कहा कि वे सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाकर आगे बढ़ने का प्रयास करें, बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलायें तथा उन्हें आगे बढ़ने के लिये प्रेरित एवं प्रोत्साहित करें। इस अवसर पर आदिवासी कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आदिवासी समाज के व्यक्तियों को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। साथ ही आदिवासी समाज के प्रतिभाशाली युवाओं को भी सम्मानित किया गया। विश्व आदिवासी सम्मेलन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस.कृष्ण चैतन्य, पूर्व विधायक श्री सुंदर सिंह, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री जगदीश सरवटे, संयुक्त कलेक्टर श्री रमेश सिंह एवं बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।

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