नोवल कोरोना वायरस को दृष्टिगत रखते हुये जिला चिकित्सालय में की गई तैयारियों का कलेक्टर ने किया औचक निरीक्षण

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कोरोना वायरस के बचाव के लिये जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने मरीजों के लिये अलग से आइसोलेट वार्ड तैयार किया है। यह आइसोलेट वार्ड जिला चिकित्सालय मुरैना के प्रथम तल पर (आई वार्ड) में स्थापित किया गया है। इसके लिये कलेक्टर श्रीमती प्रियंकादास ने सोमवार को प्रातः 10 बजे जिला चिकित्सालय पहुंचकर कोरोना वायरस प्रभावित व्यक्ति को समुचित इलाज मुहैया कराने के लिये तैयार किया गया आईसोलेशन वार्ड का औचक निरीक्षण किया। इन्फेक्शन डिसीज कन्ट्रोल (आईसोलेशन) वार्ड में मात्र 6 पलंग स्थापित किये गये हैं। जिसमें अन्य उपकरण दवायें रखीं गई है। इसके अलावा एक अतिरिक्त रूम भी तैयार किया गया है, जिसका कलेक्टर ने अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर सी बांदिल, सिविल सर्जन डॉ ए के गुप्ता, चिकित्सक विशेषज्ञ डॉ राघवेन्द्र यादव सहित अन्य स्टाफ उपस्थित थे।

कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने स्वास्थ्य अधिकारी द्वय को निर्देश दिये कि जो व्यक्ति खांसी, जुखाम या श्वास लेने में तकलीफ ऐसे व्यक्तियों के लिये पंजीयन लाइन अलग से निश्चित की जावे और उसका प्रचार-प्रसार भी कराया जावे। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों को पर्चा बनवाने के बाद अन्य बीमारियों पीडि़त मरीजों के बीच से होकर न निकलें, उनके लिये काउन्टर लाइन व रास्ता अलग से निश्चित करें। उन्होंने जिला चिकित्सालय में बनाये गये अन्य वार्डों का भी निरीक्षण किया। इस पर सीएमएचओ डॉ. आरसी बांदिल ने बताया कि खांसी, जुखाम या श्वास लेने में तकलीफ होने वाले मरीजों को जिला चिकित्सालय में पंजीयन क्रमांक खिड़की 1 एवं 2 पर यह सुविधा मरीजों को अलग से प्रदान की जावेगी। उस लाइन में अन्य बीमारियों के मरीज शामिल नहीं होंगे।

आईसोलेशन वार्ड के अलग स्टॉफ चिन्हित करें
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुये इन्फेक्शन डिसीज कन्ट्रोल (आईसोलेशन) वार्ड में डॉक्टर्स एवं स्टॉफ नर्स अलग से फुल यूनीफार्म में मौजूद रहें, उनके मोबाइल नम्बर बाहर चस्पा किये जावे। अचानक मरीज आने पर उनके मोबाइल पर तुरंत सूचित कर सकें। कलेक्टर ने कहा कि अलग-अलग सिफ्टों में डॉक्टर व स्टाफ नर्स लगाये जायें, सभी के नम्बर चस्पा होना चाहिये।

कलेक्टर ने नॉन कोनटेक्टर थर्मामीटर का किया अवलोकन
जिला चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान डॉ. आरसी बांदिल ने बताया कि कोरोना वायरस की जांच करने के लिये स्वास्थ्य प्रबंधन द्वारा नॉन कोनटेक्टर थर्मामीटर क्रय कर लिया गया है, जिसके द्वारा ऐसे मरीजों का परीक्षण करके ही उन्हें आईसुलेट सुविधा प्रदान की जावेगी। इस पर कलेक्टर ने कहा कि आईसुलेट एक नहीं तीन-चार क्रय कर लिये जावे। जो महिला-पुरूष के अलग-अलग काउन्टर पर रखें जावे।

प्रसूति वार्ड में अलग से होगा काउन्टर
कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिये है कि प्रसूति महिलाओं को खांसी, जुखाम, बुखार या श्वास लेने में तकलीफ होती है तो प्रसूति वार्ड में अलग से उनका परीक्षण, जांच का काउन्टर खोला जावे। आम मरीजों के साथ उनका चैकअप परीक्षण न हो।

सर्दी जुखाम, खांसी वाले मरीजों को घर-घर पहुंचकर चिन्हित किया जावेगा
स्वास्थ्य अधिकारी द्वय ने बताया कि शहर के अन्तर्गत अलग-अलग वार्डों के लिये स्वास्थ्य टीम तैयार की जा रहीं है, जो प्रत्येक घर पर पहुंचकर यह परीक्षण करेंगी कि आपके घर में सर्दी, जुखाम, खांसी या श्वास लेने में तकलीफ तो नहीं है। अगर इस प्रकार का मरीज पाया जाता है तो उस घर को चिन्हित किया जावेगा और वहां हॉम आईसुलेट सुविधा प्रदान की जावेगी। इसके लिये स्वास्थ्य कर्मचारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं पुलिस या हॉमगार्ड का एक स्टॉफ साथ में रहेगा।

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