गुना – (ईपत्रकार.कॉम) |कलेक्टर श्री राजेश जैन ने स्वास्थ्य अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए हैं कि वे सीमित परिवार रखने के लिए परिवार नियोजन की नई विधियों गर्भ निरोधक सुई एवं सुरक्षित व प्रभावी हार्मोन रहित गर्भनिरोधक गोली छाया के इस्तेमाल के लिए अधिक-से-अधिक लोगों को प्रेरित करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने यह निर्देश आज यहां जिले के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों, बी.पी.एम., बी.सी.एम., बी.ई.ई. की कार्यशाला में कही। उन्होंने इस मौके पर नई विधि की गर्भनिरोधक सुई एमपीए एवं गर्भनिरोधक गोली छाया को लाँच किया। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामवीर सिंह रघुवंशी एवं जिला टीकाकरण अधिकारी श्री शर्मा भी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने खण्ड चिकित्सा अधिकारियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों से साफ शब्दों में कहा कि आमलोगों के इस्तेमाल के लिए जो भी नए संसाधन, दवाइयां एवं सामान उनके स्वास्थ्य केन्द्रों को भिजवाया जा रहा है, उसका समय पर आमलोगों को इस्तेमाल कराना सुनिश्चित किया जाए, अन्यथा अगर कहीं भी यह सामान भरा पाया गया और उसकी एक्सपायरी डेट निकली पाई गई, तो संबंधित खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्यकर्मी को बक्शा नहीं जाएगा। कलेक्टर ने खण्ड चिकित्सा अधिकारियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों से कड़े शब्दों में कहा कि आप फील्ड में जाएं और काम करें। आपको वेतन दिया जा रहा है, तो आपको काम करना ही होगा। इसमें किसी प्रकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने टीकाकरण कार्यक्रम में कम प्रगति लाने पर खण्ड चिकित्सा अधिकारियों, बी.पी.एम. एवं सुपरवाइजरों को फटकार लगाई और कहा कि आपको फील्ड में जाकर काम करना ही होगा। यह जवाबदारी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों एवं मैदानी अमले की है कि वह टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाकर उचित प्रगति लाएं। अब इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए कहा कि खण्ड चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि आप वेतन ले रहे हैं, तो परिणाम लाने ही होंगे, अन्यथा नौकरी छोड़ दें। कलेक्टर ने टीकाकरण में पचास फीसद से कम प्रगति लाने वाले संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाएं समाप्त करने तथा नियमित कर्मियों की असंचयी प्रभाव से वेतन वृद्धि रोकने हेतु नोटिस जारी करने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए। कलेक्टर ने संस्थागत प्रसवों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया और जहां संस्थागत प्रसव कम हुए हैं, वहां के खण्ड चिकित्सा अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को फटकार लगाई। कलेक्टर ने सचेत किया कि अगर किसी स्वास्थ्य संस्था में दवाइयां और सामान खराब पाया गया है या उनकी एक्सपायरी डेट निकली पाई गई, तो उसकी कीमत वहां के खण्ड चिकित्सा अधिकारी के वेतन से वसूल करने के साथ-साथ उसके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे खण्ड चिकित्सा अधिकारियों के स्टोर रूम की आकस्मिक जांच करें और उनसे दवाइयों एवं सामग्री का इस्तेमाल समय पर कराना सुनिश्चित करें। किसी भी स्थिति में दवाइयां खराब नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने डॉक्टरों को अपने कर्त्तव्य का पालन करने की नसीहत भी दी।
कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित ना होने पर आरोन के डॉ. श्रीवास्तव को नोटिस जारी करने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने बरखेड़ागिर्द की सुपरवाइजर और आवन, गोविंदपुरा, बावचा, कोडरा, बरखेड़ागिर्द, भदौरा, ऊमरी समेत कुल नौ क्षेत्रों की ए.एन.एम. की वेतनवृद्धि रोकने हेतु नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने भदौरा की दो ए.एन.एम. को निलंबित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बीनागंज के बी.सी.एम. की वेतनवृद्धि रोकने एवं ए.एन.एम. को निलंबित करने के निर्देश दिए।