राजगढ़ – ईपत्रकार.कॉम |वृहद सिंचाई परियोजनाओं के प्रभावितों के पुनर्वास स्थलों पर मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। उनके आवासीय भूखंड के उपर से हाई टेंशन विद्युत लाईन नही जाएं। पुनर्वास स्थल पर स्कूल, मंदिर, सामुदायिक केन्द्र, मैदान, आंगनवाड़ी केन्द्र आदि के लिए भूमि आरक्षित रहे। यह निर्देश कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा द्वारा कुण्डालिया डेम के विस्थापितों से उनकी समस्याएं जानने जीरापुर में उने बीच पहुँचकर कार्यपालन यंत्री जल संसाधन कुण्डालिया वृहद सिंचाई परियोजना को दिए गए। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी श्री प्रवीण प्रजापति सहित कुण्डालिया वृहद सिंचाई परियोजना के सहायक एवं उपयंत्री जलसंसाधन मौजूद रहे।
उन्होंने निर्माण एजेन्सी को निर्देशित किया कि पुनर्वास स्थल पर जल आवर्धन योजना से पेयजल उपलब्ध कराने विस्थापितों को कनेक्शन दें। विस्थापितों की शिकायत पर उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगरीय निकाय जीरापुर को निर्देशित किया कि मृत पशु पुनर्वास स्थल के नजदीक नाले में नही डालें जाएं। इससे जल प्रदूषण के साथ ही संक्रामक बिमारियां फैलने की संभावना बढ़ेंगी। मृत पशु रिक्त भूमि में गड्डे में दफनाएं जाएं। इसके पूर्व उसमें ब्लीचिंग पाउडर एवं नमक डाला जाए।
उन्होंने पुनर्वास स्थल खंड ‘‘अ‘‘व ‘‘ब‘‘ का निरीक्षण किया तथा कुल 440 आवासीय भूखंड आवंटियों द्वारा निर्माणाधीन आवासों की जानकारी ली। उन्होंने विस्थापितों को चर्चा के दौरान उन्हें शीघ्र अपने आवास बनाने की समझाईस दी तथा कमिया दूर करने का भरोसा भी दिलाया। इसके साथ ही उन्होंने जल संसाधन विभाग को अतिरिक्त भूमि जिला प्रशासन को समर्पण करने के भी निर्देश दिए ताकि उसका उपयोग अन्य शासकीय कार्यो के लिए किया जाए।
इस मौके पर कार्यपालन यंत्री ने बताया की पुनर्वास स्थल पर 242 विस्थापितों द्वारा अपने-अपने आवासों का निर्माण का प्रारंभ कर दिया गया है। इनमें कुछ आवास निर्माण कार्य पूर्ण भी होने वाले है। बाद में कलेक्टर श्री शर्मा ने छापीडेम के जलभराव का निरीक्षण भी किया।