भिण्ड- (ईपत्रकार.कॉम) |मध्यप्रदेश में सूखा प्रबंधन के लिये भारत सरकार द्वारा संशोधित नये सूखा मैनुअल का क्रियान्वयन किया जाएगा। नयी व्यवस्था खरीफ 2017 की फसल के लिये लागू हो जाएगी। यह जानकारी आज मंत्रालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिला कलेक्टरों को दी गयी।
भारत सरकार के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री के. एस. श्रीनिवासन, केन्दीय दल के सदस्य प्रमुख सचिव राजस्व श्री अरूण पाण्डे तथा प्रमुख सचिव कृषक कल्याण डॉ. राजेश राजौरा ने सूखा प्रबंधन के लिये दिसंबर 2016 में संशोधित मैनुअल के क्रियान्वयन पर मैनुअल के प्रमुख बिन्दुओं तथा प्रक्रिया की जानकारी दी। वीडियों कान्फ्रेसिंग में बताया गया कि प्रदेश मे ग्रामवार वर्षा तथा भू-जल की स्थिति और तापमान की जानकारी एकत्रीकरण के लिये जिला-स्तर पर वैज्ञानिक व्यवस्थायें विकसित की जाएगी।
वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में भारत मौसम विज्ञान विभाग,जलसंसाधन विभाग,केन्द्रीय भू-जल सर्वेक्षण ने प्रस्तुतिकरण भी दिये। प्रस्तुतिकरण में बताया गया कि सूखे के आकंलन के लिये मैनुअल में नवीन वैज्ञानिक मापदंड तथा विस्तृत प्रक्रियाओं को सम्मिलित किया गया है। सूखे की प्रभावशीलता के आकंलन के लिये रिमोट सेंसिंग से प्राप्त डाटा, मिट्टी की नमी, भू-जल तथा सतही जल संरचनाओं में जल उपलब्धता, फसलों की स्थिति संबंधित जानकारी का विश्लेषण किया जाएगा। नये मैनुअल में सामाजिक-आर्थिक मानकों को भी सम्मिलित किया गया है। साथ ही सूखे के आकंलन,घोषणा व वित्तीय सहायता के लिये समय-सीमा निर्धारित की गई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कृषि, राजस्व, पशुपालन, उर्जा, योजना सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
एनआईसी भिण्ड में उपस्थित अधिकारी
बीसी के दौरान एनआईसी भिण्ड में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती सपना निगम, अपर कलेक्टर श्री टीएन सिंह, एसडीएम श्री संतोष तिवारी, महाप्रबंधक विद्युत श्री राजीव गुप्ता, सीएमएचओ डॉ. जेपीएस कुशवाह, उप संचालक कृषि श्री एसपी शर्मा, एलडीएम श्री सुधीर कुमार सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।