सतना – (ईपत्रकार.कॉम) |प्रदेश के आयुष एवं नवीन तथा नवकरणीय ऊर्जा जल संसाधन राज्यमंत्री हर्ष सिंह ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा पॉच वर्षो के भीतर कृषि आय को बढाकर दुगनी करने का संकल्प लिया गया है। किसान उन्नत तकनीक और कृषि की पशुपालन मत्स्यपालन दुग्ध उत्पादन जैसी सहायक गतिविधियो को अपनाकर कृषि आय को बढाने का प्रयास करे। राज्यमंत्री श्री सिंह सोमवार को रामपुर बघेलान में कृषि आय दुगनी करने संबंधी रोडमैप तैयार करने आयोजित विकासखण्ड स्तरीय कृषक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद अध्यक्ष डॉ. नीतू सिंह ने की। इस मौके पर जनपद उपाध्यक्ष सत्यभान सिंह, सभापति जनपद कृषि समिति रामकली सिंह, एस.डी.ओ. कृषि के.सी.अहिरवार, ए.के.एस.विवि के कृषि वैज्ञानिक अब्दुल वारसी, तहसीलदार आर.एन.खरे, एस.डी.ओ. एस.के.श्रीवास्तव सहित कृषि विभाग के मैदानी अधिकारी और दूरदराज से आये किसान उपस्थित थे।
राज्यमंत्री हर्ष सिंह ने दीप प्रज्जलन कर विकासखण्ड स्तरीय संगोष्ठी का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होने कहा कि सतना जिला अल्पवर्षा से प्रभावित है ऐसे में किसान कम पानी वाली और जल्द पकने वाली रबी फसले ही बोये। उपलब्ध पानी की व्यवस्था के अनुसार सिंचाई की आवश्यकता वाली फसले लें। उन्होने कहा कि कृषि को घाटे से बचाने फसल का बीमा भी कराना आवश्यक है। वर्तमान में खेती के लिये जागरूकता के साथ उन्नत तकनीको का समावेश भी किया जाना जरूरी है। कीटनाशक और बीज उच्च गुणवत्ता का ही खरीदे। उन्होने मैदानी क्षेत्र के कृषि अधिकारियो कर्मचारियो को किसानो को उचित सामयिक सलाह तथा उपयोग की जाने वाली खाद बीज की गुणवत्ता संबंधी सलाह देने के निर्देश भी दिये। कृषि संगोष्ठी में भावांतर योजना की जानकारी देते हयु जनपद अध्यक्ष डॉ. नीतू सिंह ने कहा कि किसानो को विपरीत परिस्थितियो में नुकसान और घाटे से बचाने लागू की गई भावांतर योजना सरकार का किसानो से वायदा है ताकि किसानो को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके। उन्होने कहा कि भावांतर योजना का लाभ उठाने किसानो को योजना में पंजीयन कराना आवश्यक है। अधिसूचित फसलो के किसान अपना पंजीयन भावांतर योजना में निर्धारित समयावधि तक आवश्यक रूप से कराये।