बड़वानी – ईपत्रकार.कॉम |मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक उद्योग लगे, जिससे लोगो को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिले। इसके लिये हम उद्योगपतियों से चर्चाकर रहे है। जिससे म.प्र. की उद्योग नीति को और बेहतर किया जा सके। अगर जिले के औद्योगिक विकास के लिये कोई उद्योगपति सरकारी जमीन का चयन कर उद्योग लगाना चाहेगा तो उसे जमीन विकसित कर प्राथमिकता से उपलब्ध कराई जायेगी।
म.प्र. लघु और मध्यम उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव श्री व्ही कान्ता राव ने उक्त बाते जिले के उद्योगपतियो से चर्चा के दौरान कही। बड़वानी कलेक्टरेट सभागृह में गुरूवार की शाम को आयोजित इस बैठक में कलेक्टर श्री तेजस्वी एस नायक सहित उद्योग विभाग के शीर्ष पदाधिकारी, उद्योगो से संबंधित विभागो के पदाधिकारी, जिले के उद्योगपति उपस्थित थे।
बैठक के पूर्व श्री कान्ताराव ने कलेक्टर के साथ जिले के औद्योगिक क्षेत्र सेंधवा, पलसूद, बड़वानी का भी निरीक्षण कर संयुक्त संचालक इन्दौर श्री एचआर मुजाल्दा एवं महाप्रबंधक उद्योग बड़वानी श्री केएस सोलंकी से आवश्यक जानकारी प्राप्त की।
श्री कान्ताराव ने उद्योगपतियो के साथ चर्चा में जहॉ उन्हें म.प्र. की नई औद्योगिक नीति के बारे में विस्तार से जानकारी दी वही उन्हें बताया कि शीघ्र ही पलसूद के नये औद्योगिक क्षेत्र के 30 विकसित प्लाटो का आवंटन ऑनलाईन प्रक्रिया के माध्यम से किया जायेगा। साथ ही उन्होने उद्योगपतियो को आश्वस्त किया कि जिले में स्थापित जीनिंग फैक्टरियो को आ रही परेशानियो का निवारण भी युक्तियुक्त तरीके से करवाया जायेगा।
बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने उद्योगपतियो को बताया कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में अब 2 करोड़ रूपये तक का ऋण मिल रहा है। अगर कोई उद्योगपति फूड प्रोसेसिंग इकाई स्थापित करना चाहेगा तो उसे भी सर्वोच्च प्राथमिकता से सहुलियते उपलब्ध कराई जायेगी।
बैठक के दौरान प्रमुख सचिव ने कलेक्टर को भी निर्देशित किया कि वे एबी रोड़ पर अधिक से अधिक जमीन औद्योगिक विकास के लिये उपलब्ध कराये। जिससे इन्हें विकसित कर उद्योगपतियो को आवंटित किया जा सके। साथ ही उन्होने कलेक्टर को निर्देशित किया कि वे जिला लघु सवर्धन बोर्ड की बैठक 3 माह में अनिवार्य रूप से करें। जिससे उद्योगपतियों की छोटी-छोटी समस्याओं का निवारण स्थानीय स्तर पर ही हो सके।