मध्यप्रदेश सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाकर किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए अनेक उपाए कर रही है। इसमें खेती के साथ मछली पालन को बढ़ावा देने हेतु भी सरकार प्रयासरत है। प्रदेश के साथ दतिया जिले में भी मछली पालन को बढ़ावा दिया जायेगा। यह बात मध्यप्रदेश मछुआ कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) श्री सीताराम बाथम ने दतिया प्रवास के दौरान कही।
श्री बाथम ने दतिया प्रवास के दौरान ग्राम खैरोना घाट, लांच, इन्दरगढ़, कुठौदा आदि स्थानों का दौरा कर मछुआ समूहों से भेंट कर उनकी समस्यायें सुनीं तथा उन्हें मछली पालन के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान सहायक संचालक मत्स्य श्री राजेश कुमार पाठक मौजूद रहे। श्री पाठक ने विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को मछली के अच्छे बीज उपलब्ध कराये जायेंगे। जो किसान अपने स्वयं का तालाब बनाना चाहते है उन्हें सात लाख के तालाब पर 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जायेगा। मछुआरों का दुर्घटना बीमा भी कराया जायेगा।
श्री बाथम ने विभाग को निर्देश दिए कि मछुआरों के कल्याण के लिए सिंध नदी के दहों में मत्स्य बीज डाला जाए ताकि सिंध किनारे रह रहे मछुआ परिवार निःशुल्क मछली उत्पादन कर अपनी आजीविका चला सके। उन्होंने मछुआरों को मछली पकड़ने की उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण तथा औजार उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। ग्रामों में पहुंचने पर मछुआ समूह द्वारा बोर्ड के उपाध्यक्ष का गर्मजोशी से स्वागत किया।