पानी के मितव्ययिता के साथ उपयोग के लिए लोगों को जागरूक करना होगा

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शाजापुर- (ईपत्रकार.कॉम) |जिले में विद्यमान जलस्त्रोतों में अल्प वर्षा के कारण जल भराव की स्थिति अत्यन्त कम होने के कारण तथा आगामी माहो में पेयजल का संकट उत्पन्न होने की आशंका को देखते हुए जिला जल उपभोक्ता समिति ने निर्णय लिया कि आमजन को पानी के मितव्ययिता के साथ उपयोग के लिए जागरूक करना होगा। साथ ही किसानों को अधिक पानी की फसलों के बजाय कम पानी वाली फसलों को लगाने के लिए भी प्रेरित करना होगा। बैठक में विधायक कालापीपल श्री इंदरसिंह परमार, विधायक शाजापुर श्री अरूण भीमावद, कलेक्टर श्रीमती अलका श्रीवास्तव, सीसीबी अध्यक्ष श्री शिवनारायण पाटीदार, सीईओ जिला पंचायत डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत, अपर कलेक्टर श्रीमती मीनाक्षी सिंह, कार्यपालन यंत्री जलसंसाधन श्री डी.के. जैन, उपसंचालक कृषि श्री संजय दोसी, पशुचिकित्सा डॉ. एन.एस. सिकरवार, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री देवेन्द्र यादव, सहायक संचालक मत्स्य श्री कमलेश खरे भी उपस्थित थे।

बैठक में विधायक कालापीपल श्री परमार ने कहा कि जनजागरूकता के लिए नगरीय क्षेत्रों एवं बड़ी पंचायतों में आमजनों की रैली निकाल कर पानी के मितव्ययिता के साथ उपयोग के लिए जागरूक करना होगा। साथ ही किसानों को कम पानी वाली फसलों के बीज समय पर उपलब्ध कराने होंगे। जिन किसानों के खेतों के पास से गुजरने वाले नाले या नदियों में पानी बह रहा हो उन किसानों को पानी रोकने के लिए स्वयं के व्यय से बोरी बंधान बनाने हेतु जागरूक करना होगा। पानी रूकने से उन किसानों को ही फायदा होगा। साथ ही जलाशयों से पानी चोरी रोकने के प्रबंध भी करना आवश्यक है। विधायक शाजापुर श्री अरूण भीमावद ने कहा कि जनजागरण के लिए विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में डिबेट प्रतियोगिता आदि आयोजित कराए। जो नलकूप तकनीकी कारणों से बंद है उन्हें चालू करने के प्रबंध करें। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती अलका श्रीवास्तव ने उप संचालक कृषि को कम पानी वाली फसलों का व्यापक प्रचार प्रसार करने और किसानों को प्रेरित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने नगरीय निकायों के नगरपालिका अधिकारियों को पेयजल की मितव्ययिता हेतु लोगों को जागरूक करने, सार्वजनिक नलों पर टोटी लगाने, जल वितरण के लिए दिनों का निर्धारण करना, पेयजल हेतु सुरक्षित जलाशयों से पानी चोरी रोकने के ठोस उपाय करने के निर्देश दिए। पेयजल आपूर्ति के लिए निजी नलकूपों एवं कुओं का चिन्हांकन करके रखें ताकि जरूरत पड़ने पर उनका अधिग्रहण किया जा सकें। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस को कलेक्टर ने निर्देशित किया कि पानी चोरी रोकने के लिए पुलिस बल का प्रबंध करें। इस अवसर पर विभिन्न जलाशयों की मरम्मत के संबंध में भी चर्चा हुई।

उल्लेखनीय है कि शाजापुर जिले में 2 मध्यम आकार के जलाशय है। जिसमें चीलर जलाशय की क्षमता 31.12 एमसीएम है। वर्तमान में इस जलाशय में लाईव स्टोरेज शून्य है। इसी तरह लखुन्दर बांध की क्षमता 30.65 एमसीएम है। इसमें वर्तमान में 1.79 एमसीएम लाईव स्टोरेज है।

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