बीएमओ, सीडीपीओ अपने कार्यो का निवर्हन भलीभांति करे – कलेक्टर

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मुरैना  – ईपत्रकार.कॉम |स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी अधिकारी कर्मचारी अपने अपने विभाग की कार्ययोजना को ठीक से निवर्हन करें, जरूरत मंद को समय पर सेवाओं उपलब्ध हो। यह निर्देश कलेक्टर श्री भरत यादव ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में उपस्थित महिला बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियो को दिए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्हीके गुप्ता, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री गौतम अधिकारी, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्रीमती सरिता चतुर्वेदी, जिले के समस्त बीएलओ, सीडीपीओ सहित डीपीएम श्री एस.के.श्रीवास्तव सहित स्वास्थ्य, महिला बाल विकास के कर्मचारी उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री भरत यादव ने स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के बीएमओ एवं सीडीपीओ को निर्देशित किया कि समन्वयक बनाकर योजनाओं को अंतिम रूप दें। इस कार्य में लापरवाही बरदास्त नही होगी। उन्होने कहा कि भ्रमण के दौरान जहां भी कमियां पाई जाती है उस अधिकारी कर्मचारी को बख्शा नही जायेगा। कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान देखा कि पोरसा पहाडगढ, जौरा, एवं कैलारस में सिजरेनियन ऑपरेशन की संख्या शून्य पाई गई है। इस पर उन्होने कहा कि शासकीय चिकित्सक निजी नर्सिंग होमों में सिजरेनियन ऑपरेशन कर रहे होंगे इसलिए यह संख्या शून्य पाई गई है। इस प्रकार की शिकायत निरीक्षण में मिली तो सीधे कार्यवाही होगी। उन्होने कहा कि जो कर्मचारी अपना कार्य समय पर नही करेंगे या लापरवाही करते पाये गए तो उनकी सेवा समाप्ति की कार्यवाही जायेगी। कलेक्टर ने कहा कि खडियाहार, पहाडगढ,जौरा के अंतर्गत मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूती सहायता योजना के तहत कार्य धीमी गति से है इस कार्य में तेजी लाये। इस दौरान उन्होने टीकाकरण कार्य की भी समीक्षा की।

कलेक्टर ने कहा कि नूराबाद,अम्बाह,खडियाहार में ओपीडी, आईपीडी रोगियों की संख्या बहुत कम है इससे ऐसा प्रतित होता है कि चिकित्सक नियमित मरीजों को नही देख रहे है। बीएमओ इस कार्य मे सुधार लाये। इसके साथ ही उन्होने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत कैंपो का आयोजन करें और प्राप्त लक्ष्य को पूर्ण करें। उन्होने कहा कि एनआरसी केन्द्र पर बच्चों को केवल पोषण आहार देना ही काफी नही बल्कि उसकी माँ को आहार की संपूर्ण जानकारी का ज्ञान कराना जरूरी है। इस अवसर पर उन्होने एसएनसीयू जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राज्य बीमारी सहायता, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत अभियान एवं दस्तक अभियान की विस्तार से समीक्षा की।

कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मातृ सहायता योजना के तहत महिला बाल विकास के अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजना का लाभ पात्र व्यक्तियों को अधिक से अधिक मिले, इसके साथ ही उन्होने लाड़ली लक्ष्मी योजना की प्रगति कम होने पर अप्रशंन्नता व्यक्त की। इस अवसर पर उन्होने आधार कार्ड से बच्चो का नाम जोडने के संबंध में विस्तार से निर्देश दिए।

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