उमरिया- (ईपत्रकार.कॉम) |स्वच्छता भारत अभियान की तीसरी वर्षगांठ पर जिला मुख्यालय के वार्ड नं.12 के अंतर्गत ज्वालामुखी नदी में जिला स्तरीय स्वच्छता पखवाड़ा बांधवगढ़ विधायक श्री शिवनारायण सिंह के मुख्य आत्थिय में मनाया गया। इस दौरान जनभागीदारी से बोरी बंधान से शुभारंभ करते हुए विधायक श्री सिंह ने कहा कि जल ही जीवन है इसे सहेजना हम सबकी जिम्मेंदारी है। उन्होने कहा कि स्वच्छता जीवन का मंत्र है स्वच्छता में लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए हम सबकों यह संकल्प लेना होगा कि गंदगी को भगाएं और स्वच्छता को अपनाए। उन्होने कहा कि आजादी की लड़ाई की भांति स्वच्छता के लिए एक जुट होकर लडना होगा और अल्प वर्षा से निपटने के लिए समस्त बहते हुए नदी नालों एवं झरनों के पानी को रोक कर जिले में पानी की कमी कों दूर करना होगा।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कंचन खट्टर, कलेक्टर श्री माल सिंह, सीईओ जिला पंचायत सुश्री सोनिया मीणा, अपर कलेक्टर जी एस धुर्वे, एसडीएम बांधवगढ़ ऋषि पवार, मण्डी अध्यक्ष श्री कमल सिंह, श्री शंभूलाल खट्टर, सीएमओ डी एस परिहार, प्राचार्य महाविद्यालय सीबी सोधिंया, धनुषधारी सिंह, पार्षद श्रीमती सविता सोंधिया, अनिल रैदास, राहुल अग्निहोत्री, कीर्ति सोनी, मनीषा काण्ड्रा सहित नगरवासी एवं विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
जिला स्तरीय स्वच्छता पखवाड़ा के अवसर पर कलेक्टर श्री माल सिंह ने कहा कि पूरे देश प्रदेश में स्वच्छता ही सेवा का राष्ट्रव्यापी अभियान आस से प्रारंभ किया गया है। जो 2 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान पानी रोको अभियान एवं स्वच्छता अभियान शहर एवं ग्राम स्तर पर चलाया जाकर हर नागरिक को इससे जुड़ने की प्रेरणा दी जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि इस वर्ष अब तक मात्र 466 मिमी वर्षा हुई है जबकि गतवर्ष इसी अवधि तक 1100 मिमी वर्षा हुई थी। अल्प वर्षा के कारण प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने तय किया है कि पानी एवं स्वच्छता के महत्व को घर घर पहुचाकर जागरूक किया जाएगा।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम को सरकारी नही मानें बल्कि जन आंदोलन का रूप देकर जिले से गंदगी को समाप्त करने और हर एक बूंद पानी को सहेजने का कार्य हम सबकों करनी होगी। उन्होंने पानी की महत्ता को प्रतिपादित करते हुए कहा कि शरीर में 80 प्रतिशत पानी है यदि पानी की कमी हो जाए तो व्यक्ति मृतप्राय हो जाएगा। श्री सिंह ने बताया कि अभियान की सफलता के लिए जिले में सात स्वच्छता रथ तैयार कराये गये है जो पूरे 10 दिन तक 30 से 32 पंचायतों मे घूमकर स्वच्छता एवं पानी रोकने का संदेश देंगे। कलेक्टर ने नागरिको से अपील की है कि इस अभियान में पूरे मनोयोग से जुटे। इस दिशा में बेहतर कार्य करने वाले लोगों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
कार्यक्रम मे नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कंचन खट्टर ने नागरिको से अपील की है कि प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के संकल्प को पूरा करने के लिए वातावरण बनाये, जिससे योजना को सफल बनाया जा सके। उन्होने कहा कि घर का कचरा गाड़ी मे डालकर कचरा दान करें तो निश्चित रूप से नगर साफ सुथरा होगा वहीं बच्चों को साफ सुथरा रहने की प्रेरणा भी मिलेगी।
जिला स्तरीय स्वच्छता पखवाड़ा के अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सुश्री सोनिया मीना ने कहा कि स्वच्छता पखवाड़ा के साथ साथ पानी रोको अभियान की शुरूआत की गई है। नगर एवं ग्राम में जिन लोगों के घर में शौचालय नही है वे निर्माण कराएं और उसका शत प्रतिशत उपयोग भी करे।इसी प्रकार अपने आस पड़ोस के लोगों को भी शौचालय बनाने एवं पानी के हर बूंद को सहेजने की तरकीब बताएं। सोनिया मीना ने कहा कि जिले के समस्त नदी नालों एवं स्टाप डेमों में बोरी बंधान एवं कड़ी शटर लगाया जा रहा है ताकि फसल हेतु सिंचाई के लिए पानी एवं निस्तार के लिए पानी सहज रूप से उपलब्ध रहे इस हेतु सभी सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता होगी। कार्यक्रम का ंसचालन एपीसी सुशील मिश्रा ने किया।
स्वच्छता ही सेवा की ली गई शपथ
स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम में विधायक श्री शिवनारायण सिंह ने उपस्थित जनों को स्वच्छता ही सेवा की शपथ दिलाई। इस दौरान नागरिकों ने इस बात का संकल्प लिया कि अपने अंततःकरण से दृढ़ संकल्प करता हूं कि स्वयं को एक स्वच्छ, स्वस्थ्य और नवीन भारत के निर्माण हेतु 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चल रहे स्वच्छता ही सेवा जन आंदोलन के लिए पूरी निष्ठा के साथ समर्पित करता हूं। हर विद्यालय, कालेज, स्वास्थ्य केंद्र, रेल्वे एवं बस स्टैण्ड, तालाबो एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों में स्वच्छता को बढावा देने के साथ साथ मैं स्वयं द्वारा और अन्य लोगों जो स्वयं के लिए व्यवस्था करने में असमर्थ है, दो गढ्ढा शौचालय निर्माण में सहायता कर गांव और कस्बों को खुलें में शौच से मुक्त करने में योगदान देने के साथ साथ शौचालयों के प्रयोग, हाथो की सफाई और अन्य स्वच्छता आदतों को अपनाकर स्वच्छता हेतु व्यवहार परिवर्तन में भाग लूंगा। इसी तरह रेड्यूस, और रियूज के सिद्धांत को अपनाते हुए ठोस तथा तरल अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने का भी संकल्प लिया।