शिक्षा में एक रूपता के लिए ही शाजापुर में केन्द्रीय विद्यालय प्रारंभ किया गया है। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो के विद्यार्थी एक जैसे अध्ययन करें इसके लिए ही जवाहर नवोदय विद्यालय एवं केन्द्रीय विद्यालय प्रारंभ किए गए है। यह बात भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत ने आज शाजापुर में नव निर्मित केन्द्रीय विद्यालय के भवन का लोकार्पण करते हुए कही।
लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री श्री गेहलोत ने कहा कि शाजापुर जिले में केन्द्रीय विद्यालय मापदण्डो को शिथिल करते हुए प्रारंभ किया गया है। इसका उद्देश्य शाजापुर के विद्यार्थियों को एक जैसी शिक्षा दिलाना है। उन्होंने कहा कि नवोदय विद्यालय की तरह ही समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आवासीय विद्यालय संचालित किए जाते है। साथ ही उनके विभाग द्वारा संभागीय स्तर पर पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए पांच सौ सीटर छात्रावास भी प्रारंभ किये जा रहे हैं। इन छात्रावासों में सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए 60 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को एवं 40 प्रतिशत अन्य वर्ग के विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। इसी तरह अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीस, दिव्यांग छात्रो को उच्च शिक्षा एवं विदेश में शिक्षा के लिए भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय परिसर में डोम निर्माण हेतु 15 लाख रूपये प्रदान करने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले के लिए प्रदेश सरकार के माध्यम से छात्रावासों के लिए यदि मांग प्राप्त होगी तो उनके विभाग द्वारा स्वीकृति दी जाएगी।
छात्रावासों का लोकार्पण-
भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत ने आज शाजापुर में 189.93 लाख रूपये लागत से निर्मित अनुसूचित जाति पोस्टमैट्रिक कन्या छात्रावास तथा 150 लाख रूपये लागत से निर्मित पिछड़ा वर्ग पोस्टमैट्रिक कन्या छात्रावास भवन का लोकार्पण किया।