दो बीमारियों को हरायेंगे, मीजल्स-रूबेला का टीका जरूर लगवायेंगे

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टीकमगढ़ – ईपत्रकार.कॉम |जिला मुख्यालय पर आज मीजल्स-रूबेला अभियान की जिला स्तरीय मीडिया वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वर्षा राय, डॉ. कमलेश सूत्रकार, डब्ल्यूएचओ से एसएमओ डॉ. राहुल काम्बले, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. पीके माहौर, सहायक सूचना अधिकारी सुश्री शेफाली तिवारी, स्वास्थ्य विभाग के मीडिया अधिकारी श्री के एल जैन, वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेन्द्र अध्वर्यु, इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया के पत्रकारगण एवं विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहे।

कार्यशाला में जिला टीकाकरण अधिकारी द्वारा मीजल्स रूबेला अभियान की रूपरेखा एवं आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुये बताया गया है कि जिले में 9 माह से 15 वर्ष के लगभग 4,75,000 बच्चों को स्कूल में, आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं आउटरीच सत्रों में, स्वास्थ्य संस्थाओं पर तथा पहुंच विहीन क्षेत्रों में मोबाइल टीम द्वारा टीकाकृत किया जायेगा।

डब्ल्यूएचओ से एसएमओ डॉ. राहुल काम्बले द्वारा ग्लोबल लेबिल पर मीजल्स-रूबेला की स्थिति एवं देश के विभिन्न राज्यों में चलाये गये एमआर अभियान की जानकारी से अवगत कराते हुये अभियान में मीडिया की उपयोगिता एवं सहभागिता पर विशेष जोर दिया गया।

इस अवसर पर डॉ. वर्षा राय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मीडिया से अपील की गई कि अभियान की महत्वता एवं अधिक से अधिक लोगों को अभियान से जोड़ने हेतु सहयोग करें। उन्होंने कहा कि अभियान के संबंध में यदि कोई जानकारी लेनी हो तो मुझसे या डॉ. पीके माहैर जिला टीकाकरण अधिकारी से संपर्क करें। अंत में वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेन्द्र अध्वर्यु द्वारा अभियान में सहयोग देने हेतु संकल्प दिलाया गया-

संकल्प
’’हम सभी संकल्प लेते हैं कि जिस प्रकार टीकों के माध्यम से स्मॉलपॉक्स, पोलियो एवं मातृ-शिशु टिटनेस बीमारी का अंत किया है, उसी प्रकार वर्ष 2019 माह में जनवरी 9 माह से 15 वर्ष के प्रत्येक बालक एवं बालिका को, दाहिने बाजू की चमड़ी में पीड़ा-रहित, एमआर का एक टीका लेकर 2 जानलेवा बीमारियों-मीजल्स एवं रूबेला से, भारतवर्ष को मुक्ति दिलायेंगे।यह हमारा पक्का इरादा है, साथ ही देशवासियों से सच्चा वादा है।’’

मीजल्स-रूबेला अभियान 15 जनवरी से
ज्ञातव्य है कि विश्व स्तर पर खसरा एवं रूबेला रोग की गम्भीरता पर ध्यान आकर्षित कराया गया है। भारत सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि वर्ष 2020 तक खसरा रोग निर्मूलन एवं रूबेला रोग नियंत्रण किया जाना है। भारतवर्ष में खसरा रोग से प्रति वर्ष 49000 बच्चों की मृत्यु हो जाती है एवं 30000 बच्चे कन्जेनाइटल रूबेला सिण्ड्रोम के साथ पैदा होते हैं जो हमेशा के लिये परिवार व समाज के लिये परेशानी पैदा करते हैं। इसकी रोकथाम हेतु भारत शासन द्वारा वर्ष 2017 से 21 राज्यों में खसरा रूबेला अभियान सफलता पूर्वक सम्पन्न कराया जाकर करीब 30 करोड़ बच्चों को टीकाकृत किया जा चुका है। मध्यप्रदेश में यह अभियान 15 जनवरी 2019 से चलाया जाना है जिसमें 9 माह से 15 वर्ष के समस्त बच्चों को खसरा-रूबेला (एम.आर.वैक्सीन) से आच्छादित किया जायेगा। यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित एवं प्रभावशील है। अभियान के दौरान दिया गया टीका पूर्व में दिये गये एम.आर. टीके की अतिरिक्त डोज होगी जो बच्चों में अतिरिक्त प्रतिरोधक क्षमता पैदा करेगी।

खसरा रूबेला अभियान में मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शिक्षा एवं महिला बाल विकास विभाग तथा अन्य विभागों का भी सहयोग नितान्त आवश्यक है। यह अभियान 4.1 सप्ताह तक चलाया जायेगा। प्रथम 2 सप्ताह में समस्त शासकीय/अशासकीय स्कूलों में अध्ययनरत 15 वर्ष से छोटे बच्चों (कक्षा 10 तक) को टीकाकृत किया जायेगा।

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